ग्वालियर

बार-बार पूछे जाने पर भी स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दिया जवाब, पुलिस ने फिर यह अपनाई तकनीक

नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के शक पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को धारा 91 का नोटिस थमाया है। महकमें से कहा है कि अब पुलिस स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के चक्कर नहीं काटेगी। विभाग के अधिकारी परीक्षा का पूरा ब्योरा लेकर तीन दिन में थाने आएं।

ग्वालियरJan 23, 2020 / 12:36 am

रिज़वान खान

बार-बार पूछे जाने पर भी स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दिया जवाब, पुलिस ने फिर यह अपनाई तकनीक

ग्वालियर. नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के शक पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को धारा 91 का नोटिस थमाया है। महकमें से कहा है कि अब पुलिस स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के चक्कर नहीं काटेगी। विभाग के अधिकारी परीक्षा का पूरा ब्योरा लेकर तीन दिन में थाने आएं।
दरअसल नकली मार्कशीट कांड पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार 2013 की नर्सिंग भर्ती परीक्षा का ब्योरा देने से कतरा रहा है क्योंकि इसी परीक्षा के जरिए पुलिस रिकार्ड में वांटेड नर्स ममता मित्तल की भर्ती हुई है। पुलिस का कहना है कि ममता ने नर्सिंग की पढ़ाई के जिन दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की है वह फर्जी है। स्वास्थ्य विभाग ने ही उनकी तस्दीक की है। अब विभाग यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर नकली दस्तावेजों के आधार पर ममता को नर्स की नौकरी कैसे दी गई। उसके दस्तावेजों का तत्काल सत्यापन क्यों नहीं कराया गया। फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई है। विभाग पुलिस को भर्ती परीक्षा का ब्योरा थमाता है तो परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने में कुछ लोग शिकंजे में आएंगे।
यह है मामला : नकली मार्कशीट कारोबारी राजीव गोविला के पकड़े जाने पर उसकी कार से थाटीपुर पुलिस को नकली मार्कशीट और सरकारी विभाग की सील मिली थीं। इनमे श्योपुर में पदस्थ नर्स ममता मित्तल की बारहवी की परीक्षा सहित नर्सिंग की बैचलर की मार्कशीट और आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज थे। राजीव ने पूछताछ में कई खुलासे किए इससे ममता की नर्स के पद पर भर्ती शक के दायरे में आई थी।

पूरी भर्ती में 13 का ब्यौरा
नर्सिंग भर्ती की 2013 में हुई परीक्षा में कुल जमा 13 लोगों को चुना गया था। इनके बारे में पुलिस स्वास्थ विभाग से लगातार जानकारी मांग रही है लेकिन महकमें ने सिर्फ ममता सहित सिर्फ तीन लोगों के नामों का खुलासा किया। बाकी लोगों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। इससे जाहिर है कि विभाग नहीं चाहता कि भर्ती परीक्षा में हुए घालमेल का खुलासा हो।
स्वास्थ्य विभाग को तीन दिन की मियाद का नोटिस थमाया जा रहा है। उनसे कहा गया है कि नर्सिंग भर्ती परीक्षा का पूरा ब्योरा पुलिस को दिया जाए।
शैलेन्द्र भार्गव थाटीपुर टीआइ

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