ईजी गुरुकुल शिक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद जैन ने एक्सपोज से चर्चा के दौरान बताया कि प्राइवेट स्कूलों की फीस अधिक होने के कारण गरीब परिवारों के बच्चे प्रवेश नहीं ले पाते हैं। शासकीय विद्यालयों के हालात बदतर होने के कारण अभिभावक भी बच्चों को पढऩे के लिए वहां नहीं भेजते हैं। ऐसे में बच्चे शिक्षा से वंचित होकर कम उम्र में ही काम करने लगते हैं। ऐसे बच्चों को शिक्षित करने के लिए उनके द्वारा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वह भी प्राइवेट स्कूल संचालित करते हैं, लेकिन वह हर साल करीब आधा सैकड़ा ऐेसे बच्चों को प्रवेश देते हैं, जिनकी पूरी पढ़ाई का खर्च उनके द्वारा किया जाता है। कई समाजसेवी भी ऐसे बच्चों को शिक्षित करने के लिए सहयोग राशि प्रदान करते हैं, जिससे उन बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके। बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी समिति द्वारा प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाता है। साथ ही हर साल समर कैंप भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें गरीब बच्चों को अपने हुनर का प्रदर्शन करने का मौका दिया जाता है। समिति की ओर से गरीब बच्चों के लिए विशेष तौर पर डांसिंग, पेंटिंग के अलावा अन्य एक्टिविटी भी कराई जाती हैं, जिसमें बच्चे खुलकर प्रदर्शन कर समिति का नाम रोशन करते हैं। ऐसे बच्चों को समिति द्वारा पुरस्कृत भी किया जाता है। समिति द्वारा गरीब बच्चों को शिक्षित करने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए चार साल से लगातार कार्य किया जा रहा है।