नर्सरी लगाएं तो इन बातों का रखें ध्यान : नर्सरी एक्सपर्ट ने बताया कि पौधे लगाने के तुरंत बाद पानी देना चाहिए। सर्दियों में सिंचाई का अंतर 4-7 दिन रखा जाता है। समय-समय पर खुरपी की मदद से निराई-गुड़ाई कर के खरपतवार निकालते रहना चाहिए। ज्यादा फूल उत्पादन के लिए पौधों को तरल खाद देना जरूरी होता है। पूरी तरह खुली और भरपूर हवा व रोशनी वाली जगह नर्सरी बनाने के लिए अच्छी रहती है। नर्सरी के अंदर 4-6 इंच उठी हुई क्यारियां बनाई जाती हैं ताकि बेकार पानी बाहर निकल सके और नर्सरी के छोटे-छोटे पौधे खराब न हो सकें।
खरपतवारों से ऐसे बचाएं : नर्सरी में समय- समय पर खरपतवार निकालते रहना चाहिए। पौधों को अधिक मजबूत बनाने के लिए जब वे छोटे होते हैं तो उन्हें दूसरी क्यारियों में लगाना चाहिए। पौधों को लगाने से पहले स्थायी क्यारियों को गोबर की खाद वगैरह डाल कर ठीक तरह से तैयार कर लेना चाहिए। पौधों को उन की ऊंचाई के हिसाब से लगाना चाहिए। पहले लंबे पौधों को, फिर मध्यम और बाद में छोटे पौधों को लगाना चाहिए।