इस दिन विवाह का विशेष मुहूर्त रहेगा। शहरभर में विवाह सम्मेलन कराए जाएंगे। ज्योतिषाचार्य डॉ. दीपक गोस्वामी ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन यदि कोई व्यक्ति गंगा स्नान करता है तो उसके जीवन में आने वाले कष्ट व दु:खों का हरण होता है। क्योंकि गंगा जी पापमुक्त दात्री देवी हैं। इसलिए पाप कट जातेे हैं। जो लोग गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं वह जल में गंगाजल, तुलसी-पत्र, शमी-पत्र और दूर्वा मिलाकर अपने घर में ही स्नान करें, इससे पुण्य लाभ प्राप्त होता है। इससे रोग, दोष संताप और घर की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही यदि एक लोटा जल में गंगाजल मिलाकर देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ पर चढ़ाया जाए तो घर में लक्ष्मी जी का स्थान वास होता है।
गंगा स्नान से मिलती 10 दोषों से मुक्ति
ज्योतिषाचार्य गोस्वामी ने बताया कि गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान एवं गंगा जी का ध्यान करने से मनुष्य के 10 तरह के दोष से मुक्ति मिलती है। जिसमें काम, क्रोध, मोह, लोभ, ईष्र्या, मत्सर, ब्रह्म, हत्या, छल, कपट और परनिंदा जैसे पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन गंगा स्नान करने से अकारण जीवों को कष्ट पहुंचाने अवैध संबंध तथा असत्य बोलने व धोखा देने से जो पाप व्यंिक्त पर लगता है, उससे भी मुक्ति मिल जाती है।
नीलकंठ के दर्शन माने जाते हैं शुभ
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमीं तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना भी शुभ माना जाता है।
गंगा स्नान के समय इन मंत्रों का करें जाप