युवती रानी तोमर ने बताया कि हमने 8 माह पहले पहले मंदिर में और इसके बाद कोर्ट में शादी कर ली थी। मैं भरत को अपना पति मानती हंू। इसके बाद भी हमारे पिता दूसरी जगह शादी करना चाहते हैं। यदि हमें पिता के साथ भेजा गया तो वे हमारी हत्या कर सकते हैं।
ससुराल नहींं भेज रहे
युवक भरतसिंह भदौरिया ने बताया कि रानी के साथ प्रेम विवाह किया है। रानी के पिता उसे झांसा देकर ले गए थे। ससुराल नहींं भेज रहे थे। एसडीएम कोर्ट से पत्नी को मुक्त कराने के लिए आवेदन दिया था। एसडीएम के निर्णय से हम संतुष्ट हैं।
यह है पूरा मामला
औरेठी थाना नगरा जिला मुरैना निवासी बृजराज सिंह तोमर की बेटी रानी तोमर ने 8 मई 2019 को घर से भाग कर भरत सिंह भदौरिया पुत्र रामदत्त सिंह भदौरिया निवासी दैपुरा मेहगांव के साथ पहले मंदिर में और इसके बाद कोर्ट मैरिज कर ली थी। बृजराज बेटी को पति के घर से यह कहकर ले आया था कि हम रीति रिवाज से शादी करा देंगे। बेटी को घर ले जाने के बाद भरत के साथ शादी तो नहीं की, बल्कि दूसरे वर की तलाश कर शादी भी तय कर दी।
इधर जब भरत को पता चला तो उसने एसडीएम कोर्ट में आवेदन देकर पत्नी रानी को पिता के घर से मुक्त कराने की गुहार लगाई। एसडीएम ने युवती-युवक के साथ दोनों के पिताओं को भी समन के माध्यम से कोर्ट में तलब किया था। सभी के बयान भी दर्ज किए। उभयपक्षों को सुनने के बाद एसडीएम ने पुलिस सुरक्षा के साथ लड़की को उसके पति के साथ भेजने के आदेश दिए। एसडीएम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई करीब एक घंटे तक चली। इस दौरान लड़की पूरे समय अपना चेहरा शॉल से ढंके रही।
युवक के पिता रामदत्त भदौरिया ने बताया कि रानी ने बेटे के साथ शादी की है। बेटे के कदम से हम संतुष्ट हैं। बहू के पिता यह कहकर घर से विदा करा ले गए थे कि बाद में रीति-रिवाज से शादी करेंगे, लेकिन बाद में दूसरी जगह शादी पक्की कर दी। हमें खतरा है, परिवार को सुरक्षा दी जाए।
एसडीएम मेहगांव गणेश कुमार जायसवाल ने बताया कि लड़की पिता के साथ किसी भी कीमत पर जाने के लिए तैयार नहीं थी। उसकी मर्जी के अनुसार पति के साथ भेज दिया गया है। लड़की के पिता ने जो दलीलें रखी हैं वे तार्किक नहीं हैं। दोनों बालिग हैं।