भगवान हरिहर से मांगा मोक्ष और सुख-समृद्धि
- बैकुंठ चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं ने सूबे की गोठ स्थित हरिहर मंदिर में किए दर्शन

ग्वालियर. बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर स्थानीय सूबे की गोठ स्थित भगवान हरिहर के मंदिर पर रविवार को श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस के साथ दर्शन करना पड़े। कोरोना संक्रमण काल में श्रद्धालुओं ने कतार में लगकर भगवान हरिहर के दर्शन करते हुए उनसे मोक्ष और सुख-समृद्धि की कामना की। बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान हरिहर के दर्शन का विशेष महत्व है इसके चलते मंदिर पर सुबह से ही भक्त पहुंचने लगे थे। हरिहर मंदिर में दो देवों शिव और विष्णु का सामूहिक देवालय है। दोनों की मूर्ति एक जगह एक साथ स्थापित होने के कारण इस दिन के लिए इस मंदिर पर श्रद्धालुओं ने भगवान हरिहर के दर्शन कर व्रत और पूजन किया। मंदिर के पुजारी दिलीप पराडक़र ने बताया कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु व भगवान शिव का भस्मासुर के वध के बाद मिलन हुआ था। चूंकि सुबह 4 बजे ये मिलन हुआ था, इसलिए मंदिर में सुबह 4 बजे अभिषेक के बाद कांकड़ आरती की गई। इसके साथ ही मंदिर में स्थापित भगवान का फूलों से शंृगार किया गया था। इसके साथ ही जनकगंज स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में भी भगवान हरिहर का स्वरूप तैयार कर विशेष शंृगार किया गया था।
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