कारोबार पर भी पड़ेगा असर
शहर में करीब 600 से अधिक सराफा कारोबारी हैं। यहां सोने का सालाना कारोबार करीब 650 करोड़ से अधिक का है। अभी तक सोने पर आयात शुल्क 7.5 प्रतिशत था, जिसे बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया है। सराफा कारोबारियों का मानना है कि इससे कारोबार पर भी असर देखने को मिल सकता है। सोना-चांदी व्यवसाय संघ लश्कर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम जैन ने बताया कि सरकार सोने का आयात बढ़ाना चाहती है। वहीं महंगे डॉलर का रेट कम करने के चक्कर में इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा दिया गया है। ऐसा करने से निश्चित तौर पर तस्करी को बढ़ावा मिलेगा।
सराफा कारोबारी राकेश मंगल और गौरव गोयल ने कहा कि सोने पर महंगाई अनुचित है। इंपोर्ट ड्यूटी बढऩे से एक्सपोर्ट पर असर नहीं पड़ेगा, बल्कि अभी जो सोना खरीदने की तैयारी कर रहे थे, उनकी समस्या बढ़ गई है।
चांदी में भी ढाई प्रतिशत बढ़ सकती है इंपोर्ट ड्यूटी
सोने पर 5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने के बाद संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही सरकार चांदी पर भी ढाई प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है। इसके चलते शनिवार को सराफा बाजार में चांदी के कामकाज पर असर देखने को मिला। हाजिर में भी चांदी का कामकाज नहीं हुआ और चांदी में सौदा मिलना भी बंद हो गया है।