बोल सुन नहीं सकने वाला कान्हा ने आखिरी बार कहा था कुछ इशारे में फिर दो दिन बाद मिली उसकी लाश
पुलिस ने बताया नरेन्द्र (50) पुत्र बुद्धराम चौरसिया निवासी गुढ़ीगुढा का नाका पशु चिकित्सालय में लैब टैक्नीशियन हैं। उन्हें संतोष शर्मा निवासी घोसपुरा, शिवेन्द्र परिहार निवासी अजयपुर सहित दो लोगों ने मंगलवार शाम अस्पताल में घुसकर गोली मारी है। संतोष सूदखोरी का धंधा करता है। नरेन्द्र ने उससे पैसा उधार लिया है। कर्ज वसूलने के लिए संतोष ने नरेन्द्र का एटीएम कार्ड भी छिना रखा है।
मंगलवार को नरेन्द्र को बिजली का बिल जमा करना था। खाते से पैसा निकालने के लिए एटीएम कार्ड की जरूरत थी। उसने संतोष को फोन कर कार्ड मांगा था। शाम करीब ४ बजे संतोष, शिवेन्द्र और दो अन्य लोगों को लेकर पशु अस्पताल आया। खाते से पैसा निकालने को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई तो उसने नरेन्द्र के पैर में गोली मार दी। गोला का मंदिर टीआई अजीत सिंह चौहान का कहना है संतोष, शिवेन्द्र सहित चार लोगों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।
एटीएम पास बुक छीनी, पगार से काटता था रकम
परिजन का कहना है नरेन्द्र ने करीब तीन साल पहले संतोष से लगभग पैसा उधार लिया था। पैसा वसूलने के लिए संतोष ने उनकी सैलरी खाते की पासबुक और एटीएम छीन लिया था। हर महीने तनख्वाह आने पर वह पहले ब्याज की रकम निकालता था। नरेन्द्र के हिसाब से उधारी की पूरी रकम पट चुकी है। लेकिन संतोष अब भी १० हजार की उधारी बता रहा है। वसूली के लिए कई बार घर आकर उन्हें धमकियां दे चुका है।
हत्या करना चाहते थे
दफ्तर में ठंड थी तो बाहर धूप में आकर बैठा था। बाकी स्टाफ ऑफिस में था। संतोष शर्मा, शिवेन्द्र परिहार निवासी अजयपुर और दो लोगों को लेकर अस्पताल में घुसा। उससे १० हजार के लेनदेन का विवाद है। इसी पर गोली मारकर भाग गया।
(जैसा नरेन्द्र ने पत्रिका को बताया )
कर भागते देखा
पशु चिकित्सालय के ड्राइवर हरिमोहन ने बताया शाम को वह सरकारी वाहन खड़ा कर ऑफिस के अंदर आ रहा था। नरेन्द्र बाहर कुर्सी पर बैठे थे, अचानक धमाके की आवाज सुनी, देखा नरेन्द्र तड़प रहे थे, एक युवक भागता दिखा। नरेन्द्र ने बताया संतोष शर्मा उन्हें गोली मारकर भागा है। तब उनके बेटे को फोन कर घटना बताई। वह आकर पिता को इलाज के लिए ले गया।