खेरिया गांव के जंगल में बजरी की खुदाई होने की खबर शनिवार शाम को प्रशासन को मिली थी, तहसीलदार भूमिका सक्सेना उसे रोकने गई थीं। साथ में तिघरा थाने से पुलिस भी उनके साथ गई। मुखबिर ने उस स्पॉट पर ले जाकर खड़ा कर दिया जहां बजरी चोर जेसीबी लगाकर खुदाई कर रहे थे।
रेत माफिया प्रशासन और पुलिस को सामने देखकर खुदाई बंद कर भागे। उन्हें घेरने के लिए टीम भी पीछे दौड़ी, जो लोग पैदल थे वह जंगल में घुस गए। जेसीबी का चालक ने कच्चे रास्ते पर गाड़ी दौड़ाई।
फायर ठोंका, बेकफुट पर टीम
पुलिस ने बताया करीब आधा किलोमीटर तक जेसीबी चालक का पीछा किया। वह लहराकर जेसीबी दौड़ा रहा था। ओवरटेक करने की जगह नहीं दे रहा था, बल्कि भागते समय उसने मालिक और मददगारों को फोन कर बता दिया उसे घेर लिया है। एक मोड़ पर उसे ओवरटेक करने की कोशिश की तो जेसीबी में सवार उसके साथी ने गोलियां ठोंक दीं, इससे पीछा कर रही टीम सहम गई। जेसीबी चालक जंगल के रास्ते से मुरेना के बॉर्डर में घुस गया।
माफियाओं ने की वारदातें
– पनिहार के अमरधा गांव में पत्थर चोरों ने वन टीम पर गोलियां चलाई |
– महेशपुरा, तिघरा में पत्थर माफियाओं ने वन टीम पर हमला किया, वनकर्मी का सिर फोड़ा, बंदूक छीनी।
– लखनपुरा गांव में टीम पर पत्थर माफियाओं ने गोलियां चलाईं।
– शिकारी खोह में पत्थर माफियाओं ने वन विभाग की टीम को घेरा दो वनकर्मियों को गोली मारी।
– जलालपुर अंडर ब्रिज पर रेत माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला किया, पुरानी छावनी टीआई सहित दो पुलिसकर्मी घायल।
चालक की हुई पहचान, मामला दर्ज
जेसीबी चालक पहाड़ी गांव का पंकज माहना बताया गया है। जेसीबी भी पहाड़ी गांव निवासी की है। पुलिस ने उन दोनों सहित अज्ञात हमलावरों पर फायरिंग, शासकीय कार्य में बाधा और अवैध उत्खन्न का केस दर्ज किया है।
सीएसपी ग्वालियर सर्किल नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि बजरी माफियाओं पर कार्रवाई के लिए तहसीलदार और पुलिस की टीम गई थीं, लेकिन बजरी माफिया बचकर भाग गए। हावी होने के लिए बजरी चोर गोलियां चलाकर भागे। उनकी तलाश में तिघरा और पुरानी छावनी के फोर्स के साथ जंगल को सर्च किया, लेकिन बजरी चोर नहीं मिले हैं, उन्हें तलाशाजा रहा है।