ऐसे में इन विकास कार्यों की प्रक्रिया अब आचार संहिता हटने यानी जून के प्रथम सप्ताह में ही शुरू होगी। आचार संहिता से सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे और आगरा-ग्वालियर फोरलेन हाइवे, एलिवेटेड रोड का दूसरा चरण, अमृत योजना 2 व थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना सहित अन्य छोटे-बड़े प्रोजेक्ट के कार्य शामिल हैं। बता दें कि नगर निगम में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद से अब तक 671 टेंडर लगाए हंै। इनमें 419 ओपन हो चुके हैं और 252 के अभी ओपन होना बाकी है। अब यह टेंडर आचार संहिता हटने के बाद ही खोले जाएंगे।
आचार संहिता हटेगी अथवा कार्यकाल होगा समाप्त
आचार संहिता लगने के साथ ही स्मार्ट सिटी में एक नया संकट पैदा हो गया है। क्योंकि जून में स्मार्ट सिटी का कार्यालय खत्म होने जा रहा है। जबकि स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने अभी 5 कार्यों के टेंडर जारी किए थे। लेकिन आचार संहिता लगने से यह टेंडर अटक गए हैं और अब आचार संहिता खत्म होने के बाद ही खुल सकेंगे। इसके अलावा 33 करोड़ की लागत की चार नई परियोजनाओं को भी स्वीकृत दी गई थी, लेकिन यह टेंडर अभी प्रक्रिया में नहीं थे।
आचार संहिता लगने के साथ ही स्मार्ट सिटी में एक नया संकट पैदा हो गया है। क्योंकि जून में स्मार्ट सिटी का कार्यालय खत्म होने जा रहा है। जबकि स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने अभी 5 कार्यों के टेंडर जारी किए थे। लेकिन आचार संहिता लगने से यह टेंडर अटक गए हैं और अब आचार संहिता खत्म होने के बाद ही खुल सकेंगे। इसके अलावा 33 करोड़ की लागत की चार नई परियोजनाओं को भी स्वीकृत दी गई थी, लेकिन यह टेंडर अभी प्रक्रिया में नहीं थे।
सीवर, विद्युत, सडक़ सहित 252 विकास कार्य रुकेंगे
नगर निगम में महापौर, सभापति, पार्षदों की मौलिक निधि, निगम निधि से विभिन्न वार्डों में सीमेंट कंक्रीट, डामरीकृत सडक़ों, सीवर, विद्युत व्यवस्था, मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना योजना, कायाकल्प योजना, सुंदरीकरण कार्य के 252 टेंडर अब तक लगाए गए हैं। लेकिन यह सभी टेंडर आचार संहिता लगने से अटक गए हैं।
नगर निगम में महापौर, सभापति, पार्षदों की मौलिक निधि, निगम निधि से विभिन्न वार्डों में सीमेंट कंक्रीट, डामरीकृत सडक़ों, सीवर, विद्युत व्यवस्था, मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना योजना, कायाकल्प योजना, सुंदरीकरण कार्य के 252 टेंडर अब तक लगाए गए हैं। लेकिन यह सभी टेंडर आचार संहिता लगने से अटक गए हैं।
ये अटकेंगे कार्य
-एलिवेटेड रोड सेकंड फेज को पीडब्ल्यूडी के सेतु संभाग द्वारा 926.21 करोड़ की लागत से बनना है।
-चंबल पानी प्रोजेक्ट को नगर निगम द्वारा 458 करोड़ की लागत से पूरा करना है।
-अमृत योजना फेज-2 को नगर निगम द्वारा 390 करोड़ से पूरा करना है।
-सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे को एनएचएआइ द्वारा 4297 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।
-थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना में हाउसिंग बोर्ड द्वारा 180 करोड़ की लागत से पूरा करना है।
-एलिवेटेड रोड सेकंड फेज को पीडब्ल्यूडी के सेतु संभाग द्वारा 926.21 करोड़ की लागत से बनना है।
-चंबल पानी प्रोजेक्ट को नगर निगम द्वारा 458 करोड़ की लागत से पूरा करना है।
-अमृत योजना फेज-2 को नगर निगम द्वारा 390 करोड़ से पूरा करना है।
-सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे को एनएचएआइ द्वारा 4297 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।
-थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना में हाउसिंग बोर्ड द्वारा 180 करोड़ की लागत से पूरा करना है।