सीएम ने रोड शो में की थीं घोषणाएं, 365 दिन बाद भी प्रक्रिया शुरू नहीं
शराबबंदी के बाद अब दहेजबंदी अभियान से जुड़े डॉ योगेंद्र सिंह मावई के अनुसार सांगोली हाल रथोलकापुरा अंबाह के कमल सिंह कंषाना के बेटे संदीप की शादी २५ जून को हुई थी। बारात ग्वालियर के पास लखनौती गई थी। यहां कंषाना परिवार ने बेला में ५.११ लाख रुपए ले लिया। जब पंचायत के लोगों को पता चला तो इस पर आपत्ति की गई। सभी लोगों ने २७ जून को ग्राम रथूलकापुरा में पंचायत आयोजित की। यहां कंषाना परिवार की ओर से गजेंद्र सिंह गुर्जर ने गांव में भगवान शंकर के भव्य मंदिर निर्माण के लिए ५.११ लाख रुपए की राशि दान करने की घोषणा कर दी। बता दें कि संत हरिगिरि ने तकरीबन तीन माह पूर्व दहेजबंदी अभियान का शंखनाद किया था। चंबल तट पर समाज के प्रमुख लोगों के साथ मंत्रणा के बाद यह मुहिम आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया था।
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इसके बाद एबी रोड स्थित जोधाबाबा सरकार मंदिर पर और १५ जून को करहधाम में महापंचायत हुई थी। यहां पूर्ण दहेजबंदी लागू करने पर सहमति बनी थी। संत की प्रेरणा पर उनके शिष्यों और समर्थकों ने २३ जून को चंबल तट से ग्वालियर में शीतला माता मंदिर तक दहेजबंदी पर जन जागरण के लिए पदयात्रा भी की थी। इसी बीच रथोलकापुरा में दहेज लिए जाने की खबर मिलने पर समाज ने पंचायत आयोजित कर यह राशि धर्मकार्य में लगाने का निर्णय लिया। डॉ. मावई के अनुसार समाज में दहेज के विरुद्ध माहौल बन रहा है।