परमार भाजपा कार्यकर्ता हैं। नामांकन फॉर्म के वितरण का काम सुबह 10.30 बजे शुरू हुआ और शाम करीब 6.15 बजे तक कलेक्ट्रेट में भीड़ लगी रही। अपरान्ह तीन बजे जब समय समाप्त हो गया तो पार्षद के लिए रसीद कटाने आए प्रत्याशी आचार संहिता अन्य जानकारियां लेते रहे। बार-बार आरओ कार्यालय में घुस रहे लोगों को लेकर पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं नामांकन जमा करने और रसीद काटने की प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए प्रत्येक आरओ कार्यालय में सात कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि सुरक्षा के लिए गैलरी में दो पुलिस कर्मी और तीन होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
कहां कितनी रसीदें
वार्ड-1 से 11 तक 13, वार्ड-12 से 22 तक 12, वार्ड-23 से 33 तक 09, वार्ड-34 से 44 तक 13, वार्ड-45 से 55 तक 13 और 56 से 66 तक 15 रसीदें कटी हैं।
महापौर पद के लिए गौरी रिंकू सिंह परमार ने रसीद कटवाई है। भाजपा नेता रिंकू परमार की पत्नी और नगर निगम में वार्ड 4 से पार्षद रहीं गौरी परमार एमआइसी मैंबर भी रही हैं।
यहां हुए नामांकन जमा
वार्ड-28 के लिए आरओ अशोक चौहान के पास एक, वार्ड-39 के आरओ केके सिंह गौर के पास एक और वार्ड-54 के लिए आरओ अनिल बनवारिया के पास एक नामांकन जमा हुआ है। पहले दिन का सबसे पहला नामांकन आवेदन वार्ड-28 के लिए आए प्रत्याशी ने जमा किया। उन्होंने दोपहर 12 बजे के आसपास नामांकन जमा कर दिया था। इसके बाद करीब एक बजे वार्ड-39 के पार्षद प्रत्याशी ने नामांकन जमा कराया और फिर वार्ड-4 के प्रत्याशी ने करीब पौने तीन बजे नामांकन जमा किया।
इधर, जिलाध्यक्ष भोपाल में डटे, अब पार्षदों के टिकट पर लगा रहे जोर
कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा अब अपने करीबी पार्षद पद के दावेदारों को टिकट दिलाने के लिए चार दिन से भोपाल में डटे हुए है। प्रदेश पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने सर्वे के आधार पर पार्षदों के नाम तय कर लिए है, इसलिए हो सकता है जिलाध्यक्ष के करीबियों के नाम कट जाए।
कांग्रेस पार्टी ने ग्वालियर महापौर पद के लिए नाम घोषित कर दिया है, लेकिन अभी पाषदों के नामों पर सहमति नहीं बन पाई है। पार्षद पदों के दावेदारों के लिए भोपाल में संभावित प्रत्याशियों ने डेरा डाल दिया और अपने-अपने स्तर पर सिफारिश लगवा रहे हैं। महापौर पद के लिए जिलाध्यक्ष के संभावित नामों पर विचार नहीं करने के बाद अब जिलाध्यक्ष पार्षदों पद के लिए अपने करीबियों को टिकट दिलवाने के लिए जुटे हुए हैं। इधर विधायक सतीश सिंह सिकरवार और प्रवीण पाठक ने अपने-अपने कुछ नाम दिए है। अब पार्षदों के नामों को लेकर भोपाल में मंथन किया जा रहा है। शनिवार देररात तक उम्मीद थी कि एक सूची जारी हो सकती है, इसलिए संभावित प्रत्याशी भोपाल फोन लगाकर जानकारी लेते रहे।
एक घंटे लगी रही ज्यादा भीड़
नामांकन फार्म की रसीदें कटने का काम शुरू होने के साथ ही पहली और दूसरी मंजिल पर बने कार्यालयों में भीड़ लगना शुरू हो गई थी। जिनको दूसरी मंजिल पर जाना था वे भी नीचे आकर हुजूम लगाकर खड़े हो गए। इसके बाद पुलिस कर्मियों को भीड़ हटाने के लिए सभी से अनुरोध करना पड़ा। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पहली और दूसरी मंजिल पर रसीदें कटवाने वाले लोगों की भीड़ अलग हुई। इसके बाद पूरी प्रक्रिया आसानी से चलती रही।