Jyotiraditya Scindia Love Story प्रियदर्शिनी को देखते ही हो गए फ़िदा पर मां पहले ही ले चुकीं थीं ये फैसला भाई—बहन के पवित्र रिश्ते के अनेक किस्से सामने आते रहे हैं। बहन और भाई एक—दूसरे के लिए वाकई जान तक न्यौछावर करते रहे हैं। बहन के लिए कुछ भी कर गुजरने का एक ऐसा ही मामला शनिवार रात को उस समय सामने आया जब महज 10 साल का भाई अपनी घायल बहन की जान बचाने के लिए उसे गोद में लेकर पैदल ही अस्पताल की ओर दौड़ पड़ा। निर्धन नगर में रहनेवाली काजल को एक कार ने रौंद डाला था और भाई देवा उसे बचाने के लिए हर जतन कर रहा था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरानेवाले गुना सांसद बोले, जल्द कराएंगे एफआईआर हादसे के बाद वह बहन को गोद में लेकर इलाज के लिए सबसे पहले एक निजी अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया। उसके बाद देवा तुरंत ही जया आरोग्य अस्पताल पहुंच गया, लेकिन वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि निर्धन नगर निवासी गिरराज बाल्मीकि की बेटी काजल शनिवार रात घर के बाहर बैठी थी तभी एक तेज रफ्तार कार MP07CG-9594 ने उसे कुचल दिया। हादसे के बाद चालक कार छोडकर भाग गया। मासूम काजल की इस दर्दनाक मौत से परिजनों का रोरोकर बुरा हाल हो गया।