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ग्वालियर से दबाव घटाने के लिए 15 गांवों की जमीनों पर होगा आवासीय और वाणिज्यिक विकास

locationग्वालियरPublished: Oct 02, 2019 12:47:24 pm

Submitted by:

Dharmendra Trivedi

नगर पालिका की 1606.87 हैक्टेयर सहित आसपास के 15 गांवों की 8296.84 हैक्टेयर भूमि पर होगा आवासीय और वाणिज्यिक विकास

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ग्वालियर से दबाव घटाने के लिए डबरा और आसपास के १५ गांवों की जमीनों पर होगा आवासीय और वाणिज्यिक विकास

ग्वालियर। शहर में जनसंख्या के दबाव को कम करने के लिए शासन की नजर अब डबरा के विकास पर है। इसके लिए डबरा नगर पालिका की1606.87 हैक्टेयर और राष्ट्रीय राजमार्ग 75 से सीधे जुड़े 15 गांवों की 8296.84 हैक्टेयर भूमि पर आवासीय और वाणिज्यिक विकास करने की योजना बनाई गई है। इस योजना में आवास, उद्योग, शिक्षा, हरियाली, यातायात, स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाओं को लक्षित करके काम कराये जाएंगे। प्रदेश के भूमि उपयोग एवं शहरी सर्वेक्षण डिवीजन द्वारा इसके लिए पूरी प्लानिंग की है। इसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग का भी सहयोग लिया गया गया है। प्रदेश मुख्यालय से प्रस्तावित योजना को वर्ष 2021 और 2031 को ध्यान में रखकर बनाया गया है, अब इस योजना को जिला योजना समिति के सुझावों के बाद अमल में लाने के प्रयास शुरू होंगे।
तीन चरण में है प्लान

प्लान:2018
-इसमें विकसित 1005.67 हैक्टेयर क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस दौरान प्रति योजना 7.45 हैक्टेयर भूमि का उपयोग किया गया है।

प्लान:2021
-इस प्लान में1120 हैक्टेयर क्षेत्र को शामिल किया गया है, इस अवधि में 7 हैक्टेयर प्रति योजना के हिसाब से विकास करने का लक्ष्य निर्धारित है।
प्लान:2031
-इस प्लान में 2461.52 हैक्टेयर क्षेत्र को शामिल किया गया है, इस अवधि में 12.31 हैक्टेयर प्रति योजना के हिसाब से विकास करने का लक्ष्य है।

यह होंगे मानक
-प्रस्तावित प्लान-2021 और 2031 में आवासीय, वाणिज्यिक, औद्यौगिक, सार्वजनिक एवं अर्ध सार्वजनिक, सार्वजनिक उपयोगिताएं एवं सुविधाएं, आमोद-प्रमोद, यातायात एवं परिवहन जैसे मानकों को लक्षित करके काम किया जाएगा। ताकि भविष्य में जनसंख्या दबाव बढऩे के बाद भी व्यवस्थाएं सही रहें।
यह गांव बनेंगे शहर
-सिमिरियाताल की 1468.94 हैक्टेयर, अर्रू की 491.37 हैक्टेयर,इटायल की 714.38 हैक्टेयर, सिरोही की 287.85 हैक्टेयर,बरोठा की 541.80 हैक्टेयर, कर्रा की 531.14 हैक्टेयर, तिघरू की 116.66 हैक्टेयर, गेंडोल कलां की 242 हैक्टेयर, गेडोल खुर्द की 208.41 हैक्टेयर, सहराई की 304.66 हैक्टेयर,खेड़ी नटवा की 184.49 हैक्टेयर,सुल्तानपुर की 197 हैक्टेयर, मगरोरा की 1356.36 हैक्टेयर,निभेरा की 423.71 हैक्टेयर,चांदपुर की 1148.7 हैक्टेयर भूमि पर आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाएं विकसित की जाएंगीं।
-इसके अलावा नगर पालिका डबरा के पुराने क्षेत्र डबरा, रामगढ़ और बुजुर्ग की 1606.87 हैक्टेयर भूमि पर भी प्लानिंग के साथ विकास करने की योजना है।
इस तरह हुई है प्लानिंग

क्षेत्र विकास के लिए २७ बिंदुओं पर अध्ययन किया गया है। इसमें आवासीय, मिश्रित उपयोग,आद्यौगिक,वाणिज्यिक, सामान्य, यातायात नगर, सार्वजनिक एवं अर्ध सार्वजनिक सुविधाएं, आमोद-प्रमोद, उद्यान, वृक्षारोपण, यातायात एवं परिवहन मार्ग,रेल मार्ग, बस स्थानक, यातायात, वन,कृषि,मत्स्य पालन,जलाशय,पहाड़ी क्षेत्र, क्षेत्रीय सीमा, निवेश क्षेत्र सीमा, ग्राम सीमा, नगर पालिका सीमा को शामिल किया गया है।
-प्लान में ग्रामीण, स्लम, शैक्षणिक संस्थाएं, स्वास्थ्य सेवाएं, राज्य/केन्द्र की संपत्ति, धार्मिक स्थल,संचार सेवाएं, एतिहासिक महत्व, प्रस्तावि क्षेत्र की सीमा, कचरा प्रबंधन, खुली भूमि, हरित क्षेत्रों पर विशेष फोकस रहेगा।
यह विशेष काम प्रस्तावित
-प्रत्येक मार्ग और संपत्ति का चिन्हांकन होगा।

-प्रत्येक वार्ड में अधोसंरचना की स्थिति को परखा जाएगा और सार्वजनिक सेवाओं की स्थिति का आकलन किया जाएगा।
-वर्तमान में 18 प्राथमिक, 22 माध्यमिक, 2 हाईस्कूल, 13 हायर सैकंडरी, 4 महाविद्यालय,3 आईटीआई और 1 पॉलीटैक्निक कॉलेज प्रस्तावित क्षेत्र में है। 2031 में अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से 22 प्राथमिक, 6 माध्यमिक, 24 हाईस्कूल और 13 हायर सैकंडरी स्कूलों की स्थापना होगी।
-वर्तमान में 15 हजार की जनसंख्या पर 2 डिस्पेंसरी हैं, 45 हजार की जनसंख्या पर 1 मेटरनिटी होम है, 75 सौ की जनसंख्या पर 1 के हिसाब से 18 उप स्वास्थ्य केन्द्र हैं। प्लान:2031 के हिसाब से 11 डिस्पेंसरी,3 मेटरनिटी होम और 9 उप स्वास्थ्य केन्द्र और बढ़ाए जाना है।
-वर्ष 2011 की जनगणना के हिसाब से जिले की कुल जनसंख्या 2032036 थी, इसमें 1273792 शहरी और 758244 ग्रामीण आबादी थी। वर्तमान में कुल जनसंख्या लगभग 25 लाख से अधिक है। इसमें 16 लाख से अधिक आबादी शहर में निवास कर रही है।
-2011 में प्रस्तावित क्षेत्र की कुल जनसंख्या 1 लाख 4 हजार 292 थी, वर्तमान में यह लगभग 1 लाख 83 हजार से अधिक हो चुकी है।
वर्सन

-डबरा विकास योजना 2031 का प्रारूप बन चुका है, इसको जिला योजना समिति के सुझावों के लिए भेजा गया है। इसके बाद इस पर काम शुरू होगा और यह सही है कि नई योजना के अस्तित्व में आने से शहरी क्षेत्र पर जनसंख्या दबाव को कम करने में सफलता मिल सकेगी। लोगों को निवेश और आवास दोनों तरह की नई संभावनाएं मिलेंगी।
अनुराग चौधरी, कलेक्टर

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