मानसून सीजन के 42 दिन बीते, प्रशासन ने नहरें खोलने का नहीं लिया फैसला, धान की फसल हो सकती है प्रभावित
ग्वालियरPublished: Jul 13, 2023 11:42:04 am
डबरा, भितरवार व मुरार में होती है नहरों से होती है धान की फसल


जिले में हुई बारिश से जमीन व पहाड़ हरे हो गए हैं। पहाड़ के ऊपर से गुजरते बादल।
ग्वालियर. मानसून सीजन के 42 दिन बीत चुके हैं। बांधों में भी पानी आना शुरू हो गया है, लेकिन प्रशासन ने धान की खेती के लिए नहरें खोलने का फैसला नहीं लिया है। इस कारण जिले में धान की रोपाई शुरू नहीं हो सकी है। किसान नहरों के खिलने के इंतजार में है। क्योंकि पानी देर से मिलने पर खेती प्रभावित हो सकती है। देर से धान की रुपाई होने पर उत्पादन प्रभावित हो सकता है।