किसी भी सूचना पुलिस तुरंत पहुंचेगी इसलिए सभी गश्त और थानों के फोर्स को निर्देश दिए गए हैं। शहर में रिस्पांस टाईम दो से तीन मिनट के बीच रखा गया है जबकि देहात में सूचना के बाद पुलिस पांच मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचेगी। उधर शहर के उन इलाकों में भी सख्त निगरानी की गई है जहां पहले माहौल खराब होने की घटनाएं हो चुकी हैं। शहर में शांति रखने के लिए पुलिस लोगों के सतत संपर्क में है।
फैसले के बाद जिला मजिस्ट्रेट अनुराग चौधरी ने सभी आकस्मिक सेवाओं को सुचारु रखने के लिए अधिकारियों को व्यवस्थित रखने के लिए निर्देश दिए हैं। सोमवार को भी स्कूल बंद रहेंगे, जबकि अस्पताल, परिवहन सेवाओं को भी बहाल रखा गया है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में एसडीएम निगरानी रखेंगे और मैदानी अमला पूरी रिपोर्ट भेजेगा। धारा-144 पूरे जिले में 10 दिसंबर तक लागू रहेगी।
575 कैमरों से नजर
पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिसकर्मी स्क्रीन 575 कैमरों से नजर गड़ाए रहे। कुछ भी संदेह होने पर वहां मौजूद पुलिस प्वॉइंट को अवगत कराते रहे। कंट्रोल रूम के बाहर सूबेदार कुछ अधीनस्थों के साथ सुबह से तैनात रहीं। जैसे ही कोई निर्देश मिलते वह तुरंत फॉलो करतीं।
जिले में हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए एसपी ऑफिस में कंट्रोल रूम के अलावा बाड़ा चौकी को भी अस्थाई कंट्रोल रूम बनाया गया है। शुक्रवार देर रात तक बाड़े पर एडीजी राजाबाबू सिंह, कलेक्टर अनुराग चौधरी और एसपी नवनीत भसीन मौजूद रहे।
किसी भी स्थिति से निपटने एसटीएफ का बल कंट्रोल रूम में मौजूद था। एक कंपनी, लाइन का कुछ बल पुलिस वाहनों के साथ पूरे दिन मौजूद रहा।
कंट्रोल रूम में बलवा उपकरण कक्ष बना था, जिसमें गैस गन, अश्रु गैस के गोले, बीपी जाकेट, रस्सी सहित सुरक्षा के अन्य साधन थे। क्राइम ब्रांच करती रही निगरानी
क्राइम ब्रांच की टीम को भी अलग-अलग प्वॉइंट पर तैनात किया गया था। जिस सदस्य की ड्यूटी जहां थी वहां का माहौल अपने अधिकारियों को बता रहे थे।