संभागायुक्त के बंगले पर ही चुनिंदा अधिकारियों की बैठक ली। इस बीच सर्किट हाउस पर मीटिंग कॉल होने के कारण सभी एसडीएम और तहसीलदार करीब दो घंटे तक वहां इक_े रहे। करीब 8.45 बजे सभी को संभागायुक्त के बंगले पर ही बुला लिया गया। यहां पहुंचे सभी एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से परिचय लेने के बाद कलेक्टर ने औपचारिक बातचीत की। बीते 15 साल में यह पहला मामला है जब कलेक्टर के स्थानांतरण के 8 घंटे की अवधि में ही दूसरे कलेक्टर ने चार्ज संभाला है।
इससे पहले डॉ संजय गोयल, राहुल जैन और भरत यादव के स्थानांतरण भी अचानक हो चुके हैं, इनमें से डॉ संजय गोयल और राहुल जैन दोनों ही अपर कलेक्टर को चार्ज देकर चले गए थे, जबकि भरत यादव के स्थानांतरण के दूसरे दिन चार्ज हुआ था। सूत्रों की मानें तो निवर्तमान कलेक्टर अनुराग चौधरी के स्थानांतरण की वजह राजनीतिक हलचल की खबर न लगना है।
श्हर में जारी रही यह चर्चा
यह बोले कलेक्टर कौशलेन्द्र
पत्रिका से बातचीत में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि वे विदिशा से ग्वालियर आने के बाद अब स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान देंगे। रुटीन में जो कार्रवाइयां जारी हैं, उनको भी जारी रखा जाएगा। माफिया के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। इसके साथ ही आम जन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देकर प्रमुखता से निराकरण के प्रयास किए जाएंगे। सीएम हेल्पलाइन, राजस्व प्रकरणों का निराकरण करने में भी तत्परता से काम कराने पर फोकस रहेगा। शाम को चार्ज लिए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि वरिष्ठ स्तर से मिले निर्देश के बाद आकर चार्ज संभाला है।