वहीं आयोजक अभय मिश्रा ने सुरक्षा के तौर पर कथावाचकों को ऑनलाइन 500 रुपए की राशि भी ट्रांसफर की थी। इसके बाद यह तय हो गया कि वृंदावन के ये कथावाचक 1 तारीख को ग्वालियर बस स्टैंड पर मिलेंगे।
तय तारीख पर अपना वादा पूरा करते हुए वृंदावन के 9 कथावाचक 1 सितंबर 2024 को ग्वालियर पहुंच गए। ग्वालियर बस स्टैंड पर आकर कथावाचकों ने कथा आयोजक को फोन करना शुरू किया, लेकिन आयोजक ने फोन नहीं उठाया।
कई बार फोन करने का बाद भी जब फोन नहीं उठा और ना ही दोबारा पलटकर आयोजक ने कोई कॉल किया तो कथा वाचकों को समझ आया कि किसी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।
जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे कथावाचक
मामले की शिकायत लेकर वृंदावन के ये कथावाचक (Vrindavan Kathavachak)जनसुनवाई में एसपी ऑफिस पहुंच गए। यहां उन्होंने पूरा मामला बताकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जनसुनवाई में उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने कथावाचकों को मामले में तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया और ठगी का मामला दर्ज किया। उसने 10 लोगों से 25 लाख रुपये ले लिए, फिर कुछ दिन तक ज्वाइनिंग लेटर आने का झांसा देता रहा, फिर इस बारे में बात करना बंद कर दिया। जब उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो रकम वापस करने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद एसपी आफिस में आकर पीड़ित ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।