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पाकिस्तान को मिटाने के लिए ग्वालियर में बनाई थी ये खास प्लानिंग,ऐसे तबाह किए आतंकी ठिकाने

locationग्वालियरPublished: Feb 27, 2019 05:16:46 pm

Submitted by:

monu sahu

पाकिस्तान को मिटाने के लिए ग्वालियर में बनाई थी ये खास प्लानिंग,ऐसे तबाह किए आतंकी ठिकाने

ग्वालियर। भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालकोट में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मंगलवार को शहरवासियों ने दिनभर जश्न मनाया। सुबह जैसे ही यह खबर आई लोग खुशी मनाने लगे। किसी ने आतिशबाजी कर मिठाइ बांटी तो किसी ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए तिरंगा यात्रा निकाली। कुछ स्थानों पर तो पाकिस्तान और आतंकवाद के पुतले भी जलाए गए। आमजन ने इस सर्जिकल स्ट्राइक को आतंकियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब बताया। लेकिन खास बात इस सर्जिकल स्ट्राइक में यह थी कि जो मिराज 2000 का प्रयोग किया गया था वह ग्वालियर से ही रवाना हुए थे।
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पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए ग्वालियर एयरबेस से 12 लड़ाकू विमान मिराज-2000 दो खेप में रवाना हुए थे। इसके लिए यहां 48 घंटे से तैयारी चल रही थी। मंगलवार को तडक़े ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद सभी मिराज अपने बेस कैंप पर वापस लौट आए हैं। पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद एयरफोर्स एरिया में हाई अलर्ट किया गया है। ग्वालियर एयरबेस में सिर्फ वायु सेना के जवानों को ही आने-जाने की अनुमति दी गई है। बाहरी लोगों और ठेके के मजदूरों का प्रवेश बंद कर दिया गया है।
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पाकिस्तान में आतंकियों के अड्डे खत्म करने के लिए लड़ाकू विमान वायुसेना के किस एयरबेस उड़े थे, इसे लेकर कई तरह के कयास हैं,क्योंकि वायुसेना ने इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। हालांकि वायुसेना के सूत्रों का कहना है कि इसकी प्लानिंग 48 घंटे पहले हो गई थी,इसके लिए ग्वालियर एयरबेस पर तैनात मिराज के एक स्क्वाड्रन को चुना गया था। रविवार शाम 7 बजे के बाद 8 मिराज-2000 को मिशन के लिए गोपनीय ठिकाने पर भेजा गया। उनके वहां सुरक्षित पहुंचने के बाद दूसरी खेप में 4 लड़ाकू विमानों को रात करीब 1:40 बजे रवाना किया गया। एयर स्ट्राइक के लिए जो ठिकाना तय था,पूरी स्क्वाड्रन वहां पहुंच गई तब उन्हें पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए रवाना किया।
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एयरबेस के पास सन्नाटा
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर पुलवामा हमले का बदला लेने पर पूरे देश में जश्न है, लेकिन महाराजपुरा एयरबेस के आसपास सन्नाटा है। एयरबेस के पास रहने वाले बंटी कहते हैं कि वायुसेना के लड़ाकू विमान हमारे गांव के ऊपर से ही निकलते हैं।
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रविवार रात को एक साथ कई विमानों के उड़ान भरने की आवाजें सुनी थीं,लेकिन यह यहां आए दिन की बात है,इसलिए यह नहीं समझे कि हमारे लड़ाकू विमान आतंकियों को मारने गए हैं। मंगलवार सुबह से एयरफोर्स स्टेशन में मजदूरों की आवाजाही भी बंद कर दी है। गांव के बहुत सारे लोग यहां ठेके पर मजदूर हैं। ठेकेदार ने सुबह इन लोगों को काम पर आने से मना कर दिया। उनसे कहा गया है कि काम कितने दिन बंद रहेगा, अभी नहीं बता सकते।
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आधी रात को देखी हलचल
एयरबेस के पास रहने वाले कहते हैं कि आधी रात के बाद एयरबेस पर हलचल शुरू हुई थी, यहां से एक साथ कुछ विमानों ने उड़ान भरी थी। यहां आमतौर पर विमानों का मूवमेंट रहता है, इसलिए ध्यान नहीं दिया कि एक साथ विमान क्यों उड़ान भर रहे हैं। मंगलवार को सुबह पता चला कि पाकिस्तान में लड़ाकू विमानों ने बमबारी की है।
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गांव के दूसरी तरफ भरी उड़ान
एयरफोर्स स्टेशन के पास गुमटी चलाने वाले राजकुमार कहते हैं कि आधी रात को विमानों के उड़ान भरने की आवाज सुनी थी। आमतौर पर लड़ाकू विमान गांव के ऊपर से निकलते हैं, लेकिन रात को विमान गांव के ऊपर से नहीं निकले, आवाज से अहसास हुआ था कि विमान दूसरी दिशा में गए हैं।
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सुरक्षा कड़ी की,कर्मचारियों के मोबाइल जमा कराए
वायुसेना सूत्रों का कहना है कि एयर स्ट्राइक के बाद एयरफोर्स स्टेशन पर हाई अलर्ट है, यहां सुरक्षा और कड़ी की गई है। आसपास रहने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों का भी बाहरी संपर्क बंद है, उनके मोबाइल जमा कर लिए गए हैं। इसके अलावा आर्मी इंटेलीजेंस और खुफिया एजेंसियों को आतंकियों के स्लीपर सेल और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं।

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