उन्हें लंका द्वार पर लंकिनी मिलती है जो लंका में प्रवेश करने से रोकती है, तब हनुमान उसे एक प्रहार से गिरा देते हैं। लंका में प्रवेश के बाद वे अशोक वाटिका में सीता से मुलाकात करते हैं। उनसे मिलने के बाद हनुमान को भूख लगती है और वे वाटिका में फल खाते हैं।
रावण को हनुमान के बारे में पता लगने पर मेघनाथ को पकडऩे के लिए भेजता है और वह उन्हें पकडकऱ रावण के पास ले जाता है। यहां हनुमान की पूंछ में आग लगा दी जाती है। हनुमान अपना स्वरूप बढ़ाकर पूरी लंका में आग लगा देते हैं, जिससे पूरी लंका में हाहाकार मच जाता है। शनिवार को अंगद रावण संवाद की लीला का मंचन होगा।