ग्वालियर

HOLI 2018: शहर में बृज सी धूम, पहली बार खेली गई लट्ठमार होली

देशभर में होली के लिए बृज को जाना जाता है। वहां की होली हर जगह से अलग है। महिलाएं पुरुषों पर लट्ठ बरसाती हैं, तो पुरुष अपना बचाव करते हैं

ग्वालियरMar 01, 2018 / 05:22 pm

Gaurav Sen

देशभर में होली के लिए बृज को जाना जाता है। वहां की होली हर जगह से अलग है। महिलाएं पुरुषों पर लट्ठ बरसाती हैं, तो पुरुष अपना बचाव करते हैं। इस होली को देखने दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं। एेसा ही माहौल पत्रिका की ओर से आनंद पैलेस में आयोजित होली महोत्सव में देखने को मिला। क्या छोटे, क्या बड़े और क्या महिलाएं? सभी लाल, हरे, नीले, पीले रंग में रंगी थी, तो हार्ट बीट म्यूजिक पर होली स्रह्य गीतों के साथ कदम थिरक रहे थे। दूसरी ओर रंग चढ़ाने के लिए ठंडई घोंटी जा रही थी। आयोजन की रौनक बन रहे थे लायंस क्लब ग्वालियर आस्था के मेंबर्स और जेडी इंस्टीट्यूट के मॉडल्स। तीन घंटे तक चले होली सेलिब्रेशन में खुलकर होली खेली गई।

ढोलक की थाप पर थिरके

रंग बरसे भीगे चुनर वाली…, मैं बरसाने की छोरी…, खइके पान बनारस वाला… सान्ग पर हर एक पूरी तरह से नाचने पर मशगूल था, तो दूसरी ओर महिलाएं हारमोनियम और ढोलक की थाप के साथ फाग गा रही थीं। वहीं यूथ इस खास ओकेजन को यादगार बनाने के लिए सेल्फी ले रहे थे। गुलाल लगाने से शुरू हुई यह होली रंगों में पूरी तरह से सराबोर होने पर खत्म हुई।


महिलाआें ने किया पुरुषों का ड्रेसअप
कार्यक्रम में सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र लट्ठ मार होली रही, जो शहर में पहली बार खेली गई। महिलाओं की टोली में से कुछ ने पुरुषों का ड्रेसअप किया। सिर पर पगड़ी, पायजामा-कुर्ता पहन जब महिलाओं ने उन पर लट्ठ बरसाए तो वह बचाव करते ही दिखे। हंसी-मजाक के बीच गुलाल और फूल की होली भी खास रही, जिसे हर एक ने एंजॉय किया।


व्यंजनों से महका परिसर
महिलाएं अपने-अपने घरों से व्यंजन बनाकर लाई थीं। इसमें गुझिया, दही बड़े, कचौड़ी, गाजर का हलवा परिसर को महका रहे थे। प्रतियोगिता में जजेज द्वारा डिश चखी गई व विनर्स की घोषणा की गई। जजेज द्वारा पार्टिसिपेंट्स से बनाने की विधि के बारे में जाना गया।

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