सिंगल और डुअल परफॉर्मेंस
बढ़ते हुए क्रम में सिंगल और डुअल परफॉर्मेंस हुईं। महेन्द्र सिंह और अभिलाषा त्यागी ने मिलकर छुप गए सारे नजार ओए क्या बात हो गई… पेश किया। इसी प्रकार डॉ. वर्षा और डॉ. सुनील ने बेखुदी में सनम…, सुनाया। स्वाति सोठानी ने कभी-कभी मेरे दिल में…, अजय अष्ठाना ने का करूं सजनी आए न बालम…, गोविंद चौहान ने तुझको पुकारे मेरा प्यार…, संजय सप्रा ने अपनी आंखों में बसाकर…, अंजू गुप्ता ने चंदन सा बदन चंचल चितवन…, डॉ. वर्षा श्रीवास्तव ने मुझे याद न तेरी आई…, महेन्द्र सिंह सिकरवार ने मैं शायर तो नहीं…, अभिलाषा त्यागी ने आए हो मेरी जिंदगी में… सुनाकर माहौल को खुशनुमा बनाया। कार्यक्रम का संचालन ग्रुप एडमिन महेन्द्र सिंह सिकरवार ने किया। इस कार्यक्रम से ऑनलाइन भी लोग जुड़े। देर तक चले इस आयोजन में हर एक एंजॉय किया। तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ सभी का स्वागत किया।
बढ़ते हुए क्रम में सिंगल और डुअल परफॉर्मेंस हुईं। महेन्द्र सिंह और अभिलाषा त्यागी ने मिलकर छुप गए सारे नजार ओए क्या बात हो गई… पेश किया। इसी प्रकार डॉ. वर्षा और डॉ. सुनील ने बेखुदी में सनम…, सुनाया। स्वाति सोठानी ने कभी-कभी मेरे दिल में…, अजय अष्ठाना ने का करूं सजनी आए न बालम…, गोविंद चौहान ने तुझको पुकारे मेरा प्यार…, संजय सप्रा ने अपनी आंखों में बसाकर…, अंजू गुप्ता ने चंदन सा बदन चंचल चितवन…, डॉ. वर्षा श्रीवास्तव ने मुझे याद न तेरी आई…, महेन्द्र सिंह सिकरवार ने मैं शायर तो नहीं…, अभिलाषा त्यागी ने आए हो मेरी जिंदगी में… सुनाकर माहौल को खुशनुमा बनाया। कार्यक्रम का संचालन ग्रुप एडमिन महेन्द्र सिंह सिकरवार ने किया। इस कार्यक्रम से ऑनलाइन भी लोग जुड़े। देर तक चले इस आयोजन में हर एक एंजॉय किया। तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ सभी का स्वागत किया।