यह खबर भी पढें: रेल की पटरियों पर लेटा DRDO का वैज्ञानिक, ट्रेन आते ही बॉडी के हुए टुकड़े भिण्ड के रौन थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक रामकुमार शुक्ला निवासी गजना अटेर हाल गोविंदनगर भिण्ड ने रौन थाना परिसर में स्थित अपने क्वार्टर पर आत्मघाती कदम उठाते हुए जहर खा लिया। हालत बिगडऩे पर स्टाफ द्वारा उसे जिला अस्पताल ले जाया गया,जहां से उसे जेएएच ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया गया।
यह खबर भी पढें: फोटो में दिख रहे शख्स को पुलिस पिछले 8 महीनों से ढूंढ़ रही थी, ये थी वजह और ऐसे आया पकड़ में जहां सोमवार की शाम को उसकी मौत हो गई। घायल अवस्था में प्रधान आरक्षक ने आरोप लगाते हुए बताया कि थाना प्रभारी द्वारा फावड़ा देकर नाली की सफाई करने के लिए कहा गया था। वह बीमार था तो उसने मना कर दिया। इनकार करने पर टीआई ने उसका अपमान कर उसे कुल्हाड़ी के बट से पीटा गया। जिससे आहत होकर उसने जहर खा लिया। घटना की शिकायत एसपी से की तो एसपी ने थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए उसे ही लाइन हाजिर करने के लिए कह दिया।
“हमारे पिता की मौत के जिम्मेदार एसपी अनिल सिंह एवं टीआई सुरेन्द सिंह गौर की है। जिन्होंने उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से इतना प्रताडि़त किया कि उन्हें आत्मघाती कदम उठाना पड़ा।”
विकास शुक्ला, पुत्र प्रधान आरक्षक
विकास शुक्ला, पुत्र प्रधान आरक्षक
यह खबर भी पढें: एक साथ मंच पर आए सांसद सिंधिया और मंत्री यशोधरा,भावुक होकर बुआ ने भतीजे पर कही यह बात “मैं किसी भी स्टॉफ के साथी के साथ दुरुव्यवहार नहीं करता। यह मुझ पर गलत आरोप लगाया जा रहा है।”
सुरेन्द्र सिंह गौर, टीआई
सुरेन्द्र सिंह गौर, टीआई
“थाना परिसर में अभियान के तहत सामूहिक रूप से की जा रही सफाई के दौरान कुछ विवाद हुआ था। प्रधान आरक्षक को लाइन हाजिर नहीं किया है। फिलहाल हैडकांस्टेबल का ठीक होना आवश्यक है। बाकी की कार्यवाहियां बाद की बात है।”
अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक भिण्ड
अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक भिण्ड