युवकों को हुआ गलती का एहसास
नुक्कड़ नाटक में दिखाया कि एक ऑटो से युवक घायल होकर रोड पर गिर जाता है। वह कराह रहा होता है कि उसकी मदद करो, लेकिन लोग मदद करने के बजाए उसका वीडियो बनाने में मशगूल होते हैं। वहीं दो गल्र्स आती हैं और उसे उठाकर हॉस्पिटल लेकर जाती हैं। तब वहीं खड़े एक बुजुर्ग उन युवकों को समझाते हैं कि यदि उनके परिवार का कोई सदस्य इस तरह पड़ा होता तो भी क्या वे वीडियो ही बनाते। यह सुन वे युवक अपनी गलती मानते हैं और आगे से लोगों की मदद करने की बात कहते हैं।
स्टूडेंट्स ने पेश किए उदाहरण
इस दौरान स्टूडेंट्स ने कई ऐसी घटनाएं भी शेयर किए, जिसमें लोग वीडियो बनाते नजर आए। साथ ही अपने द्वारा लोगों की मदद करने के उदाहरण भी पेश किए। स्कूल के संचालक जीतेंद्र सिंह भदौरिया ने पत्रिका के अभियान की सराहना करते हुए कहा इससे समाज में सकारात्मक माहौल बनेगा और लोग मदद के लिए आगे आएंगे। इस अवसर क्लब से पवित्र तिवारी, गजैंद्र भदौरिया, शुभम जैन, आकाश बरुआ सहित काफी संख्या में स्टूडेंट्स मौजूद रहे।