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जेएएच को प्रदूषण मुक्त कर आदर्श अस्पताल बनाने प्लान बनाकर करें काम, हर तीन माह में दें रिपोर्ट

locationग्वालियरPublished: Apr 26, 2019 01:17:47 am

Submitted by:

Rahul rai

उच्च न्यायालय ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन व प्रबंध समिति को प्लान बनाकर काम करने और तीन माह में पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है।

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जेएएच को प्रदूषण मुक्त कर आदर्श अस्पताल बनाने प्लान बनाकर करें काम, हर तीन माह में दें रिपोर्ट

ग्वालियर। उच्च न्यायालय ने जयारोग्य चिकित्सालय में व्यवस्थाएं सुधारने, मरीजों को समय पर दवा उपलब्ध कराने और उसे प्रदूषण मुक्त कर ग्रीन लंग्स जोन बनाने के लिए महत्वपूर्ण आदेश दिए हैं। संपूर्ण अस्पताल परिसर को सीसीटीवी के दायरे में लाकर सफाई की मॉनिटरिंग करने, अस्पताल में डीआरडीओ के सहयोग से बायो टॉयलेट बनाने, तीन शिफ्ट में दवा वितरण और स्टाफ की ई-अटेंडेंस की व्यवस्था करने आदेश के साथ इसे आदर्श अस्पताल बनाने के आदेश दिए हैं। उच्च न्यायालय ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन व प्रबंध समिति को प्लान बनाकर काम करने और तीन माह में पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है।
न्यायमूर्ति संजय यादव एवं न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल की युगलपीठ के समक्ष कामिनी सिंह द्वारा एडवोकेट डीपी सिंह के माध्यम से प्रस्तुत जनहित याचिका में जयारोग्य चिकित्सालय समूह में साफ-सफाई की गंभीर स्थिति को सुधारने के लिए दिशा निर्देश देने की मांग की गई थी। इस पर न्यायालय ने आदेश में कहा कि अस्पताल प्रशासन व रोगी कल्याण समिति खुद अस्पताल को साफ-सुथरा करें, इस कंसेप्ट पर कार्य करें।
यह दिए हैं निर्देश
-जयारोग्य चिकित्सालय समूह के सभी अस्पताल तथा संपूर्ण अस्पताल परिसर को सीसीटीवी कैमरे के दायरे में लाया जाए, जिससे सफाई व्यवस्था में लगे कर्मचारियों के कार्य की मॉनिटरिंग हो सकेगी तथा अस्पताल में कोई गंदगी करता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकेगी।
-अस्पताल में कर्मचारी, अधिकारी व चिकित्सा शिक्षक समय पर आएं, इसके लिए ई-अटेंडेंस को अपनाया जाए। इस व्यवस्था में सभी को शामिल किया जाए।
– रोगी कल्याण समिति व अस्पताल प्रशासन अस्पताल को हरा-भरा बनाने के लिए प्लान बनाकर कार्य करें, जिससे अस्पताल परिसर ग्रीन लंग्स जोन बनाया जा सकेगा।
– आईसीयू, पीआईसीयू तथा ऑपरेशन थियेटर की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए।
– जयारोग्य चिकित्सालय समूह की बाउंड्री कई स्थानों से टूटी है, उसे ठीक कराया जाए।
– मरीजों को समय पर व पूर्ण दवाएं मिलें, इसके लिए तीन शिफ्ट में दवा वितरण की व्यवस्था की जाए।
-जयारोग्य चिकित्सालय के किचन को बेहतर बनाया जाए और पीडीएस से मिलने वाले खाद्यान्न का बेहतर इस्तेमाल हो, वैस्टेज को फेंकने के स्थान पर उससे बायोगैस बने, इसके लिए प्लान बनाकर उसका क्रियान्वयन किया जाए।
अस्पताल परिसर में बनाएं पीडब्ल्यूडी का उप कार्यालय
न्यायालय ने शासन को आदेश दिया है कि जेएएच में पीडब्ल्यूडी का उप कार्यालय बनाया जाए, जो यहां भवन आदि की व्यवस्थाएं देखेगा।

हर तीन माह में देनी होगी रिपोर्ट
उच्च न्यायालय ने अस्पताल प्रशासन तथा रोगी कल्याण समिति को निर्देश दिए हैं कि न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश के पालन में क्या कार्य किए गए हैं, इसकी पहली रिपोर्ट 1 अगस्त को प्रस्तुत की जाए। इसके बाद समिति को हर तीन माह में रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

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