गोडसे की पुण्यतिथि और जयंती के बाद अब ज्ञानशाला
बता दें कि हिंदू महासभा की ओर से ग्वालियर में गोडसे की जयंती और पुण्यतिथि मनाई जाती रही है और अब ज्ञानशाला का आयोजन किया गया है। रविवार को कार्यालय में वीर सावरकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना करने वाले डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पोस्टर लगाए गए है और गोडसे की ज्ञानशाला का शुभारंभ किया गया। इस दौरान भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद के पोस्टर्स नजर नहीं आए।
गोविंद सिंह ने साधा बीजेपी पर निशाना
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की ज्ञानशाला का हिंदू महासभा की ओर से आयोजन किए जाने पर पूर्व मंत्री और लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधा है। डॉक्टर गोविंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस की सरकार बनने के बाद महात्मा गांधी के हत्यारे को महामंडित करने का काम किया जाता है। जिन महात्मा गांधी को पूरी दुनिया आदर्श मानती है उनके हत्यारे के नाम पर ज्ञानशाला का आयोजन किया जाना हत्या को बढ़ावा देने के समान है। गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज सिंह से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह से प्रदेश में माफियाओं पर कार्रवाई हो रही है उसी तरह से इस मामले में भी कार्रवाई होनी चाहिए और अगर कार्रवाई नहीं होती है तो ये माना जाएगा कि इन लोगों को मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त है।
गोडसे को लेकर पहले भी हो चुका है बवाल
बता दें कि इससे पहले 15 नवंबर 2017 को ग्वालियर में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाकर गोडसे की मूर्ति की स्थापना की थी और उस वक्त जमकर बवाल हुआ था। राजनीतिक बवाल के कारण तब तत्कालीन शिवराज सरकार और प्रशासन ने गोडसे की मूर्ति को वहां से हटवाकर जब्त किया था।
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