होली का उत्सव आज है। यानि हर गिले सिकवे भुलाकर अपनों को गले लगाने का दिन। सुबह से उत्सव के रंग शुरू हो जाएंगे। सभी एक दूसरे को रंग लगाकर होली की बधाई देंगे। एक-दूसरों के घर जाकर रंग और गुलाल लगाया जाएगा। यह माहौल देर शाम तक शहर में बना रहेगा। ऐसे में जरूरी है कि आप केमिकलयुक्त रंगों से बचें। हो सके तो घर पर ही नेचुरल कलर तैयार करें। इससे बच्चे भी सेफ रहेंगे। ये कलर केवल एक घंटे में तैयार किए जा सकते हैं। इसके साथ ही इस फेस्टिव सीजन में आप अपनी सेहत का ध्यान भी रखें। मिलने के दौरान कम खाएं, जिससे ओवरडोज न हों। होली खेलने के साथ ही यदि आपका मूड है, तो घूमने भी जाएं।
एक घंटे में तैयार होंगे ये नेचुरल कलर
सूखा रंग
केसरिया रंग- पलाश के फू लों को उबाल लें और उसे ठंडा करने के लिए रख दें। इसके बाद छानकर आप होली खेलने में प्रयोग कर सकते हैं।
हरा रंग- मेहंदी का पावडर, गेहूं, मक्का, मैदा को बराबर मिलाकर सूखा हरा रंग तैयार कर सकते हैं।
भूरा रंग- आंवले का चूर्ण और मेहंदी को मिलाने से भूरा रंग बनता है, जो स्किन और हेयर के लिए फायदेमंद भी है।
पीला रंग- हल्दी और बेसन को मिलाकर पीला रंग तैयार कर सकते हैं, जो कि हर्बल रहेगा।
सूखा रंग
केसरिया रंग- पलाश के फू लों को उबाल लें और उसे ठंडा करने के लिए रख दें। इसके बाद छानकर आप होली खेलने में प्रयोग कर सकते हैं।
हरा रंग- मेहंदी का पावडर, गेहूं, मक्का, मैदा को बराबर मिलाकर सूखा हरा रंग तैयार कर सकते हैं।
भूरा रंग- आंवले का चूर्ण और मेहंदी को मिलाने से भूरा रंग बनता है, जो स्किन और हेयर के लिए फायदेमंद भी है।
पीला रंग- हल्दी और बेसन को मिलाकर पीला रंग तैयार कर सकते हैं, जो कि हर्बल रहेगा।
गीला रंग
लाल रंग- चुकंदर उबालकर उसे मिक्सी में पीस लें। अब उसे पानी में मिलाए। इसके बाद छान लें। अब लाल रंग तैयार है।
पीला रंग- दो लीटर पानी में 5 ग्राम हल्दी डालकर उबालें। इसमें स्वीट में पडऩे वाला रंग भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
लाल रंग- एक लीटर पानी में दो चम्मच लाल चंदन डालकर उबालने से लाल रंग आएगा। इसे आवश्यकतानुसार पानी मिलाएं।
हरा रंग- पालक, धनिया, मेथी व पुदीने की पत्तियों को मिक्सी में पीस लें। अब उस पेस्ट को पानी में मिलाए। हरा रंग तैयार है।
चेहरे पर लगाएं क्रीम, बालों को खुला न छोड़ें
होली के दौरान हम कितना भी सेफ रहें, लेकिन लोग केमिकलयुक्त कलर लगाने से नहीं मानते। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी बॉडी, आई और हेयर को सेफ करें। इसके लिए साबुन की जगह फेस वॉश का इस्तेमाल करें। चेहरे पर कलर लगने पर उसे रगड़े नहीं। वरना इससे स्किन को नुकसान पहुंच सकता है। बस होली खेलने जाने के पहले कुछ चीजों का ध्यान रखें। इसमें घरेलू नुस्खे भी कारगर हैं।
लाल रंग- चुकंदर उबालकर उसे मिक्सी में पीस लें। अब उसे पानी में मिलाए। इसके बाद छान लें। अब लाल रंग तैयार है।
पीला रंग- दो लीटर पानी में 5 ग्राम हल्दी डालकर उबालें। इसमें स्वीट में पडऩे वाला रंग भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
लाल रंग- एक लीटर पानी में दो चम्मच लाल चंदन डालकर उबालने से लाल रंग आएगा। इसे आवश्यकतानुसार पानी मिलाएं।
हरा रंग- पालक, धनिया, मेथी व पुदीने की पत्तियों को मिक्सी में पीस लें। अब उस पेस्ट को पानी में मिलाए। हरा रंग तैयार है।
चेहरे पर लगाएं क्रीम, बालों को खुला न छोड़ें
होली के दौरान हम कितना भी सेफ रहें, लेकिन लोग केमिकलयुक्त कलर लगाने से नहीं मानते। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी बॉडी, आई और हेयर को सेफ करें। इसके लिए साबुन की जगह फेस वॉश का इस्तेमाल करें। चेहरे पर कलर लगने पर उसे रगड़े नहीं। वरना इससे स्किन को नुकसान पहुंच सकता है। बस होली खेलने जाने के पहले कुछ चीजों का ध्यान रखें। इसमें घरेलू नुस्खे भी कारगर हैं।
-रंग छुड़ाने के लिए आप बेसन और मसूर की पिसी दाल को मिलाकर उसका उबटन बनाएं और 15 मिनट चेहरे पर लगा रहने दें। इसके बाद हल्के हाथों से रगडकऱ धो लीजिए। इससे चेहरे के रंग को आसानी से उतारा जा सकता है। साथ ही फेस को नारिशमेंट भी दिया जा सकता है।
-होली खेलने के पहले चेहरे पर अच्छी क्वालिटी का मॉश्चराइजर लगाएं। इसके साथ ही आप ऑयल, संस क्रीम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। -बालों को सुरक्षित रखने के लिए हेयर ऑइल की डबल कोटिंग करें। बालों को खुला न छोड़ें। क्योंकि खुले बालों में अधिक गुलाल और रंग भरने का खतरा होता है।
केमिकल और सिंथेटिक रंगों से नुकसान
एक्सपर्ट का कहना है कि हरे रंग में कॉपर सल्फेट होता है, जो एलर्जी और अंधापन करता है। काले रंग से गुर्दों को नुकसान पहुंचता है। लाल रंग में मरक्यूरिक ऑक्साइड होता है, इससे त्वचा का कैंसर होने खतरा रहता है। सिल्वर रंग में एल्युमिनियम ब्रोमाइड है। बैंगनी रंग में कोरियन ऑथोडाइड होता है, इससे स्किन की एलर्जी व अस्थमा होने का खतरा रहता है। पीले रंग में ओरमिन होता है, जो स्किन एलर्जी करता है। चमकीले रंगों में शीशा होता है, इससे स्किन डैमेज होती है।
एक्सपर्ट का कहना है कि हरे रंग में कॉपर सल्फेट होता है, जो एलर्जी और अंधापन करता है। काले रंग से गुर्दों को नुकसान पहुंचता है। लाल रंग में मरक्यूरिक ऑक्साइड होता है, इससे त्वचा का कैंसर होने खतरा रहता है। सिल्वर रंग में एल्युमिनियम ब्रोमाइड है। बैंगनी रंग में कोरियन ऑथोडाइड होता है, इससे स्किन की एलर्जी व अस्थमा होने का खतरा रहता है। पीले रंग में ओरमिन होता है, जो स्किन एलर्जी करता है। चमकीले रंगों में शीशा होता है, इससे स्किन डैमेज होती है।
यहां घूमने का कर सकते हैं प्लान
यदि आप होली में घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं, तो आप फोर्ट, तिघरा, तपोवन, नलकेश्वर का प्लान कर सकते हैं। इसके अलावा यदि पूरे दिन का प्लान कर रहे हैं, तो मितावली, पड़ावली, बटेश्वर, दतिया आदि डेस्टिनेशनल पर जाकर एंजॉय कर सकते हैं, लेकिन आपको समय रहते ही वापस भी आना होगा। इसलिए जरूरी है कि जल्दी प्लान करें। हो सके तो इन स्थानों पर ग्रुप में जाएं।
इन बातों का रखें ध्यान
इन स्थानों पर नशा न करें और न ही नशा करके गाड़ी चलाएं।
अपने साथ पानी की बॉटल और नाश्ता लेकर जाएं।
सिंगल जाने के बजाए ग्रुप में जाने का प्लान करें।
आप जहां भी जा रहे हैं, उस डेस्टिनेशन के बारे में पैरेंट्स को जरूर बताएं।
हेल्पलाइन नंबर
एंबुलेंस डायल-108
पुलिस सेवा- 100
फायर ब्रिगेड- 101
पुलिस कंट्रोल रूम- 0751-2445222, 0751-2445333
जया रोग्य हॉस्पिटल- कैजुअल्टी 0751-2403271, ट्रामा सेंटर 0751-2403319
डॉक्टर टिप्स
यदि आंख में रंग चला जाए, तो आंख को अच्छे से पानी से धुल लें। इससे आंखों की जलन खत्म हो जाएगी। उसे रगड़े बिल्कुल भी न। यदि घर पर गुलाबजल है, तो उसे डाल लें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
यदि आप होली में घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं, तो आप फोर्ट, तिघरा, तपोवन, नलकेश्वर का प्लान कर सकते हैं। इसके अलावा यदि पूरे दिन का प्लान कर रहे हैं, तो मितावली, पड़ावली, बटेश्वर, दतिया आदि डेस्टिनेशनल पर जाकर एंजॉय कर सकते हैं, लेकिन आपको समय रहते ही वापस भी आना होगा। इसलिए जरूरी है कि जल्दी प्लान करें। हो सके तो इन स्थानों पर ग्रुप में जाएं।
इन बातों का रखें ध्यान
इन स्थानों पर नशा न करें और न ही नशा करके गाड़ी चलाएं।
अपने साथ पानी की बॉटल और नाश्ता लेकर जाएं।
सिंगल जाने के बजाए ग्रुप में जाने का प्लान करें।
आप जहां भी जा रहे हैं, उस डेस्टिनेशन के बारे में पैरेंट्स को जरूर बताएं।
हेल्पलाइन नंबर
एंबुलेंस डायल-108
पुलिस सेवा- 100
फायर ब्रिगेड- 101
पुलिस कंट्रोल रूम- 0751-2445222, 0751-2445333
जया रोग्य हॉस्पिटल- कैजुअल्टी 0751-2403271, ट्रामा सेंटर 0751-2403319
डॉक्टर टिप्स
यदि आंख में रंग चला जाए, तो आंख को अच्छे से पानी से धुल लें। इससे आंखों की जलन खत्म हो जाएगी। उसे रगड़े बिल्कुल भी न। यदि घर पर गुलाबजल है, तो उसे डाल लें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
रंग के कारण यदि स्किन में जलन और दाने पड़ गए हैं, तो उस पर खुजली न करें। डैमेज स्किन पर नारियल का तेल लगाएं और खुला छोड़ दें।