पानी बचाने की पहल, कोर्ट के आदेश पर अफसरों ने ढूंढ निकाले हार्वेस्टिंग के नियम, 30 जून तक संपत्तिकर बचाने का मौका।
ग्वालियर। अगर आप जल बचाओ अभियान में जुड़कर शहर के लिए कुछ करने की सोच रहे हैं तो अपने भवन में वाटर हार्वेस्टिंग कराने से अच्छा कोई काम नहीं हो सकता। इसके लिए आपको नगर निगम से आर्थिक लाभ भी मिलेगा। आप जिस वर्ष वाटर हार्वेस्टिंग कराएंगे, उस साल के सपंत्तिकर में आपको निगम की ओर से 6 फीसदी की छूट तत्काल मिलेगी। इतना ही नहीं, आप 30 जून से पूर्व वाटर हार्वेस्टिंग कराते हैं और संपत्तिकर जमा करते हैं तो आपको कुल 12 फीसदी की छूट मिल सकती है।
इस प्रकार मिलेगी राहत
एडवांस जमा: 1 अप्रैल से 6 जून तक संपत्तिकर जमा करने पर 6 प्रतिशत की छूट मिलती है। निगम ने इसे 30 जून किया है। इस बीच संपत्तिकर जमा करने पर मूल राशि में से 6 प्रतिशत छूट मिलेगी।
वॉटर हार्वेस्टिंग : एेसे भवन स्वामी जो पानी बचाने के लिए अपने भवन में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाते हैं, एेसे लोगों को वार्षिक संपत्तिकर में से 6 फीसदी की छूट उसी वर्ष दी जाएगी।
नोट- उपरोक्त दोनो ही मामलों में लोगों को एक साथ छूट प्रदान की जा सकती है। अगर 30 जून से पूर्व वह अपने भवन या गार्डन में पानी बचाने की तकनीक लगाकर निगम के क्षेत्रीय कार्यालय में आवेदन करते हैं तो कर संग्रहक मौके पर जाकर आवेदन की पुष्टि करेगा और संपत्तिकर में छूट देने के आवेदन को प्रक्रिया में ले लेगा।
“एडवांस संपत्तिकर और वाटर हार्वेस्टिंग कराने पर लोगों को दोनों ही योजना के तहत लाभ मिल सकता है। इसके लिए उन्हें समय पर आवेदन करना होगा।”
– अभय राजनगांवकर, अपर आयुक्त निगम
“सर्वप्रथम हम शासकीय भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग कराने जा रहे हैं। इसके बाद अभियान चलाकर पानी बचाने के प्रयास किए जाएंगे।”
– अनय द्विवेदी, निगमायुक्त
नियम खोज रही निगम
शहर में जल संकट को देखते हुए कोर्ट का निगम अफसरों पर लगातार दबाव बना हुआ है। वह सरकारी आवासों में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्लानिंग तो कर रहे हैं। साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग के लिए निगम की ओर से दी जाने वाली आर्थिक मदद के नियमों को भी खोज रहे हैं। सोमवार को संपत्तिकर विभाग में जब काननू की किताबों से धूल हटाई गई तो उसमें वाटर हार्वेस्टिंग के लिए ६ फीसदी छूट दिए जाने के नियम सामने आए। अब निगम अफसर उक्त योजना से शहर में वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार की बात कह रहे हैं।