शहर में अकेले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 225 एटीएम लगे हैं और बाकी निजी व सरकारी बैंकों के करीब 400 से अधिक एटीएम काम कर रहे हैं। अधिकांश एटीएम कंपनियां ऑपरेट कर रहीं हैं और ये पुराने भी हो चुके हैं। वहीं एटीएम में लगने वाले की-पेड बदलने का खर्च करीब 40 से 50 हजार रुपए का आता है। ऐसे में की-पेड को बदला भी नहीं जाता है। कुछ एटीएम पर तो डिजिट के लिए स्केच पेन से भी नंबर लिख दिए जाते हैं। वहीं अधिकांश एटीएम में कचरा भी पड़ा रहता है। एटीएम के कचरे को भी साफ नहीं किया जाता है।
एटीएम में लगे की-पेड को हर तीन महीने में बदला जाता है। कई कस्टमर की-पेड में लगे स्टीकर को भी निकाल देते हैं, ऐसे में दूसरे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वैसे की-पेड काफी महंगा भी आता है।
– दिव्य कुमार रॉय, हेड, एफएसएस