वहीं वार्डों में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए जूनियर डॉक्टर और देखभाल के लिए नर्सिंग स्टाफ मौजूद नहीं रहने से मरीजों को परेशान होना पड़ सकता है। हालांकि जेएएच प्रबंधन ने हड़ताल के दौरान कोई परेशानी न आए, इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए 700 नर्सिंग छात्र और 150 इंटर्न की ड्यूटी लगाई है। जूनियर डॉक्टरों के पैनल में शामिल डॉ.अनिल शर्मा, डॉ.शैलेन्द्र धाकड़, डॉ.धारा सिंह, डॉ.श्रीकांत, डॉ.योगेन्द्र ने हड़ताल पर जाने का निर्णय रविवार शाम को लिया।
जयारोग्य अस्पताल का नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ सातवें वेतनमान की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.एसएन आयंगर को पहले ही ज्ञापन दे चुका है, इसमें चेतावनी दी गई थी कि यदि मांग पूरी नहीं होती है तो नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टाफ २३ जुलाई से बेमियादी हड़ताल पर चला जाएगा।
सोमवार से करीब 4५० नर्सें एवं 150 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ सुबह 8 बजे से काम बंद कर देगा। इसकी जानकारी पत्रकारों को संयुक्त मोर्चा स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन में शामिल नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार, जिला अध्यक्ष देवेन्द्र त्यागी, पैरामेडिकल एसोसिएशन की कार्यकारी अध्यक्ष सुमन भिलवार ने दी।
क्या होगी परेशानी – वार्डों में मरीजों को इंजेक्शन लगाने, ड्रिप चढ़ाने एवं देखभाल के काम प्रभावित होंगे।
– ऑपरेशन कार्य प्रभावित होंगे, क्योंकि ओटी में ट्रे-तैयार करने से लेकर कई काम नर्स संभालती हैं।
– एक्सरे, ब्लड जांच, रेडियोथैरेपी एवं डायलिसिस सहित कई कामों में मरीजों को परेशानी होगी।
वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में नर्सिंग छात्र की ड्यूटी लगाई है। जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने की सूचना नहीं है। अगर ऐसा है, तो विभागाध्यक्षों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए जाएंगे।
-डॉ.जेएस सिकरवार, अधीक्षक, जेएएच