सर्दियों में बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी जुकाम होने की आशंका ज्यादा रहती है, ऐसे में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने एक्सपर्ट अपने खाने में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स को शामिल करने का सुझाव देते हैं। अपने खाने में आंवले को शामिल करें। सीधे नहीं खा सकते हैं तो या तो मुरब्बे के तौर पर या फिर किसी और तरह से हर दिन के खान-पान में इस्तेमाल करें।
यदि आप डाइट चार्ट का पालन कर रहे हैं अजवाइन भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। शरीर को गर्मी देने अजवाइन एक अच्छा स्रोत है। इससे भी आप कोल्ड एंड फ्लू से बचाव कर सकते हैं। गुड़ और शहद भी सर्दियों के दिनों में अच्छा माना जाता है।
तिल्ली और गुड़ के लड्डू
तिल्ली और गुड़ के लड्डू सर्दी से बचाव के लिए बेहतरीन उपाय माना जाता है। ठंड के मौसम में सूखे मेवे, बादाम आदि का सेवन भी लाभदायक होता है। या तो इन्हें भिगोकर खाएं या दूध में मिलाकर या फिर सूखे मेवों का दरदरा पावडर-सा बना लें और इसे दूध में मिलाकर प्रोटीन शेक-सा बना लें।
पारंपरिक तौर पर सर्दियों के लिए मेवे के लड्डू बनाए जाते हैं। आटे, बेसन या फिर उड़द या मूंग की दाल के आटे से लड्डू बनाए जाते हैं। गुजरात में उड़द की दाल के आटे से बने लड्डुओं को अड़दिया कहा जाता है, जबकि पंजाब में इन्हें दाल की पिन्नियों के नाम से जाना जाता है।
डाइट एक्सपर्ट यह मानते हैं कि सर्दियों में देशी घी का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि आप किसी डाइट चार्ट को फालो नहीं कर रहे हैं तो घी इस मौसम में अच्छा रोग प्रतिरोधक माना जाता है। यदि आप शक्कर और घी से परहेज करते हैं तो मौसमी फलों का सेवन करें। ताजी सब्जियों और मौसम के फलों के साथ गर्म दूध भी सर्दियों के लिए अच्छा माना जाता है।