20 साल पहले शराब छोड़ी थी अब इस बुरी आदत से की तौबा, अब देश में बन गए है एक मिसाल
पार्क के ऐसे हालातों ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए, क्योंकि उससे चंद कदम की दूरी पर एक तरफ कलेक्टे्रट तो दूसरी तरफ न्यायालय है। शिलापट्टिका लगाने के बाद नगरपालिका ने इस ओर नहीं देखा, ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इन हालातों के बीच शहर की महिलाएं व बच्चे कैसे इस हैल्थ पार्क में आएंगे…?
कोठी नंबर 17 के पास बनाए गए हैल्थ पार्क में दो जगह पर घूमने वाले गोल डस्टबिन लगाए गए हैं। इन दोनों डस्टबिन के अंदर व बाहर बीयर की खाली बोतलें एवं चखना सहित अन्य सामग्री पड़ी हुई है। जबकि पार्क में चार स्थानों पर आग जलाए जाने के निशान हैं, जहां पर शराब की खाली बोतलें पड़ी हुई हैं, जिसमें कुछ जली तो कुछ सुरक्षित हैं। इस पार्क में एक्यूप्रेशर टाईल्स लगाई गई हैं, ताकि लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से मुक्ति मिल सके।
शुरुआत में तो इस पार्क में शहर के महिला-पुरुष व बच्चे सुबह-शाम वॉक करने आते थे, लेकिन जबसे शराबियों की महफिल इस पार्क में जुटना शुरूहुई तो यहां पर लोगों की आवाजाही बंद हो गई।
पता करवाते हैं
“पार्क में लगे पौधों को पानी आदि तो हम देते हैं। वहां पर कौन सा कर्मचारी तैनात है, इसके बारे में पता करते हैं। वहां पर कोई असामाजिक तत्व न आए, इसके लिए हम प्रयास करेंगे।”
जीपी भार्गव, प्रभारी सीएमओ नपा