इस बात का खुलासा एक्सपोज रिपोर्टर द्वारा हाइवे पर रात के समय होने वाली अवैध वसूली का स्टिंग कर किया। (पत्रिका के पास इसके वीडिया मौजूद है) हाइवे पर रात के समय भूसा से भरे वाहनों से की जाने वाली अवैध वसूली का खुलासा करने के लिए एक्सपोज रिपोर्टर ने भूसा से भरे लोडिंग वाहन में बैठकर जायजा लिया। रिपोर्टर ने स्टिंग की शुरुआत दतिया से निकलते ही की। जैसे ही भूसा की गाड़ी दतिया से करीब २ किमी दूरी पहुंची तभी अचानक सडक़ किनारे खड़ी पुलिस की गाड़ी में बैठे पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को हाथ देकर रुकवाया और वैखौफ होकर 100 रुपए की मांग की, जिस पर रिपोर्टर द्वारा पूछा गया कि पैसे किस बात के ले रहे हो तो पुलिसकर्मी ने कहा कि पहली बार निकल रहे हो क्या, यहां से जो भी गाड़ी निकलती हैं तो पैसे देना ही पड़ते हैं और हम लोग क्या यहां फालतू खड़े हुए हैं।
हमें भी तो अपने अधिकारियों को पैसे देना पड़ते हैं। पुलिसकर्मी द्वारा जब हठधर्मिता दिखाई तो गाड़ी चालक को मजबूरीवश ५० रुपए देना ही पड़े। इस तरह से गोराघाट थाना, सिंध नदी के पास, डबरा में झांसी चुंगी के पास, पिछोर तिराहा, टेकनपुर हाइवे पर, बिलौआ तिराहा, जौरासी घाटी स्थित पुलिस चौकी पर कहीं 50 तो कहीं 100 रुपए देने के बाद ही गाड़ी शिवपुरी लिंक रोड स्थित भूसा की मंडी तक पहुंच सकी। इस अवैध काम में पुलिसकर्मियों द्वारा कुछ प्राइवेट लोगों से भी वसूली कराई जा रही है।
50 हजार से अधिक की होती है रोजाना अवैध वसूली
हाइवे पर दतिया से लेकर ग्वालियर स्थित विक्की फैक्ट्री चौराहे तक करीब 10 से अधिक चैकिंग प्वाइंट हैं, यहां से रोजाना ही करीब 300 से अधिक भूसा के वाहन गुजरते हैं। इसके लिए पुलिसकर्मियों द्वारा रेट भी निर्धारित की गई है। भूसा की ट्रॉली से 20 से 50 रुपए, 208 गाड़ी से 50 से 100 रुपए और 406 गाड़ी से 120 से 160रुपए लिए जा रहे हैं। इस तरह से रोजाना ही करीब 50 हजार से अधिक की अवैध वसूली की जा रही है।
हाइवे पर दतिया से लेकर ग्वालियर स्थित विक्की फैक्ट्री चौराहे तक करीब 10 से अधिक चैकिंग प्वाइंट हैं, यहां से रोजाना ही करीब 300 से अधिक भूसा के वाहन गुजरते हैं। इसके लिए पुलिसकर्मियों द्वारा रेट भी निर्धारित की गई है। भूसा की ट्रॉली से 20 से 50 रुपए, 208 गाड़ी से 50 से 100 रुपए और 406 गाड़ी से 120 से 160रुपए लिए जा रहे हैं। इस तरह से रोजाना ही करीब 50 हजार से अधिक की अवैध वसूली की जा रही है।
गश्त के नाम पर करते हैं वसूली
हाइवे पर होने वाली लूट की बारदातों पर अंकुश लगाए जाने के लिए ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों को गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन हाइवे पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा गश्त के नाम पर खुलेआम लोडिंग वाहनों से जमकर वसूली की जाती है। क्योंकि रात के समय यहां से कोई भी अधिकारी नहीं गुजरते हैं।
हाइवे पर होने वाली लूट की बारदातों पर अंकुश लगाए जाने के लिए ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों को गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन हाइवे पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा गश्त के नाम पर खुलेआम लोडिंग वाहनों से जमकर वसूली की जाती है। क्योंकि रात के समय यहां से कोई भी अधिकारी नहीं गुजरते हैं।