Heavy Rain: भारी बारिश के बाद नर्मदा घाटी में अलर्ट जारी, खतरे की तरफ बढ़ी नर्मदा, कई इलाके जलमग्न
भोपाल स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक चंबल संभाग और ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी जिले में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड जिले शामिल हैं। इनके अलावा प्रदेश के सीहोर, भोपाल, हरदा, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर मालवा, नीमच और मंदसौर जिले में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बिजली चमकने या गिरने की आशंका है।
यहां अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें बालाघाट, टीकमगढ़, दमोह और सागर जिले शामिल हैं। इनके अलावा रीवा-शहडोल संभागों के साथ ही कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, छतरपुर, पन्ना, विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद औरबैतूल जिलों में अति भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
बनने लगे बारिश के आसार
मौसम में बुधवार सुबह से ही बदलाव आ गया है। सुबह से ही धूप के बाद बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। इसके चलते दिन मे गर्मी और उमस का लोगों को सामना करना पड़ा। बारिश न होने से एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, लेकिन दोपहर बाद शाम होते-होते कुछ हवा जरूर चलीं, लेकिन अब अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। बुधवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से एक सिस्टम बन रहा है। उसके चलते गुरुवार से अच्छी बारिश दो तीन दिनों तक होगी। इसके चलते मौसम में बदलाव आएगा।
पेहसारी और तिघरा बांध खाली
ग्वालियर में अभी तक औसत बारिश भी नहीं हो पाई है। इस कारण अभी तक क्षेत्र के बांध भी पूरी तरह से नहीं भर पाए हैं। तिघरा ही बांध हो जो 80 फीसदी भर गया है, लेकिन बाकी बांध 70 फीसदी तक भी नहीं पहुंच पाए हैं। पेहसारी बांध जिसके जरिए आवश्यकता पड़ने पर तिघरा को पानी दिया जाता है, वह भी अभी नहीं भरा है। कैचमेंट एरिया में बारिश की कमी के कारण बांध नहीं भरे हैं। वहीं देखा जाए तो तिघरा में भी इस सीजन में सिरफ 7 फीट पानी आया है, जबकि 8 क्यूसेक पानी मार्च और अप्रेल में ही पेहसारी से छोड़ा गया था, जिससे तिघरा इतनी जल्दी भरने की ओर है।