श्रद्धालु डाकघर में गंगाजल खरीदने के लिए जा रहे हैं, लेकिन उन्हें वहां उपलब्ध नहीं हो रहा है। डाकघर के कर्मचारियों द्वारा कह दिया जाता है कि गंगाजल नहीं है, कब आएगा यह कोई नहीं बता पा रहा है। बताया जाता है कि पिछले तीन महीने से डाकघर में गंगाजल नहीं आ रहा है, इसलिए स्टॉक में न होने से इसकी बिक्री बंद है। दो वर्षों में गंगोत्री और ऋषिकेश के 753 लीटर गंगाजल की बिक्री हुई है।
200 और 500 एमएल में मिल रहा था गंगाजल
डाक विभाग द्वारा जुलाई-2016 में लश्कर मुख्य डाकघर में गंगाजल की बिक्री शुरू की गई थी। यहां गंगोत्री और ऋषिकेश से आने वाले गंगाजल की बिक्री की जा रही थी। गंगोत्री के 200 एमएल गंगाजल की बोतल 25 रुपए और 500 एमएल की बोतल 35 रुपए में बेची जा रही थी। वहीं ऋषिकेश से आने वाले गंगाजल की 200 एमएल की बोतल 15 रुपए और 500 एमएल की बोतल 22 रुपए की बिक रही थी।
डाक विभाग द्वारा जुलाई-2016 में लश्कर मुख्य डाकघर में गंगाजल की बिक्री शुरू की गई थी। यहां गंगोत्री और ऋषिकेश से आने वाले गंगाजल की बिक्री की जा रही थी। गंगोत्री के 200 एमएल गंगाजल की बोतल 25 रुपए और 500 एमएल की बोतल 35 रुपए में बेची जा रही थी। वहीं ऋषिकेश से आने वाले गंगाजल की 200 एमएल की बोतल 15 रुपए और 500 एमएल की बोतल 22 रुपए की बिक रही थी।
तीन महीने से बिक्री बंद
यह बात सही है कि तीन महीने से गंगाजल की आपूर्ति नहीं होने से बिक्री बंद है। सावन माह में इसकी मांग अधिक रहती है, इसके लिए ऊपर कहा भी गया है। दो साल में 753 लीटर गंगाजल की बिक्री हुई थी।
एसके ठाकरे, प्रवर अधीक्षक, डाक विभाग
यह बात सही है कि तीन महीने से गंगाजल की आपूर्ति नहीं होने से बिक्री बंद है। सावन माह में इसकी मांग अधिक रहती है, इसके लिए ऊपर कहा भी गया है। दो साल में 753 लीटर गंगाजल की बिक्री हुई थी।
एसके ठाकरे, प्रवर अधीक्षक, डाक विभाग
हरिद्वार से मंगाया हैडाक विभाग से गंगाजल मिलने की अच्छी सुविधा थी। सावन में हमें काफी गंगाजल लगता है, पर अब बाड़े के डाकघर में मिल नहीं रहा है। इसके चलते हरिद्वार गए एक साथी से गंगाजल मंगाया है। –
पंकज गोयल, निवासी चेतकपुरी