फलाहार के दाम
पिछले साल इस साल पिसा आटा
साबुत सिंघाड़ा 140 रुपए 240 रुपए 250-260 रुपए
साबुत कूटू 50 रुपए 90 रुपए 170-180 रुपए
साबुत मोरधन 100 रुपए 160 रुपए
(नोट – सभी दाम प्रति किलो में)
पिछले साल इस साल पिसा आटा
साबुत सिंघाड़ा 140 रुपए 240 रुपए 250-260 रुपए
साबुत कूटू 50 रुपए 90 रुपए 170-180 रुपए
साबुत मोरधन 100 रुपए 160 रुपए
(नोट – सभी दाम प्रति किलो में)
सेब और केले की बिक्री अधिक
सावन माह में फलों की भी बाजार में बिक्री काफी बढ़ गई है। फल विक्रेता विश्वनाथ अरोरा ने बताया सबसे अधिक मांग केले, नाशपाती और सेब की है। फलों में अनार 60 रुपए, नख 60 रुपए, नाशपाती 30 रुपए, आलू बुखारा 100 रुपए, आड़ू 120 रुपए, मौसम्मी 60 रुपए, पपीता 40 रुपए, सेब 100 रुपए, केले 25 रुपए, विदेशी संतरा 130 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहे हैं। आम का मौसम अब जाने वाला है और बाजार में चौसा और लंगड़ा आम 50 रुपए किलो मिल रहा है।
सावन माह में फलों की भी बाजार में बिक्री काफी बढ़ गई है। फल विक्रेता विश्वनाथ अरोरा ने बताया सबसे अधिक मांग केले, नाशपाती और सेब की है। फलों में अनार 60 रुपए, नख 60 रुपए, नाशपाती 30 रुपए, आलू बुखारा 100 रुपए, आड़ू 120 रुपए, मौसम्मी 60 रुपए, पपीता 40 रुपए, सेब 100 रुपए, केले 25 रुपए, विदेशी संतरा 130 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहे हैं। आम का मौसम अब जाने वाला है और बाजार में चौसा और लंगड़ा आम 50 रुपए किलो मिल रहा है।
दामों में काफी तेजी
सिंघाड़े और कूटू के आटे के दामों में पिछले साल से काफी तेजी है। फलाहार की बिक्री खासकर सावन के सोमवार पर अधिक होती है। इस बार सिंघाड़े की फसल कम होने के कारण दामों में बढ़ोतरी है। फलाहार के महंगा होने के कारण पिछले साल से बिक्री भी 40 फीसदी कम है।
– पारस जैन, फलाहार विक्रेता
सिंघाड़े और कूटू के आटे के दामों में पिछले साल से काफी तेजी है। फलाहार की बिक्री खासकर सावन के सोमवार पर अधिक होती है। इस बार सिंघाड़े की फसल कम होने के कारण दामों में बढ़ोतरी है। फलाहार के महंगा होने के कारण पिछले साल से बिक्री भी 40 फीसदी कम है।
– पारस जैन, फलाहार विक्रेता