प्रेग्नेंसी की क्षमता होती है कम डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए डॉ. वीरा लोहिया ने बताया कि पीसीओएल से मोटापा, अनियमित माहवारी की प्रॉब्लम बढ़ती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस प्रॉब्लम से महिलाओं में बच्चे पैदा करने की क्षमता भी कम हो जाती है। महिलाएं घर के काम में अधिक व्यस्त रहने के कारण अपनी हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पातीं, जो भविष्य में उनके शरीर के लिए हानिकारक है, लेकिन जरूरी है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
बढ़ रही कार्डियक पेशेंट की संख्या सेमिनार में डॉ. रश्मि गुप्ता, डॉ. प्रवीण मित्तल, डॉ. पीवी आर्य ने भी बताया कि आज कार्डियक अरेस्ट जैसी प्रॉब्लम अधिक देखने को मिल रही है। ऐसे में फैमिली मेंबर्स ही अटैक आने पर पेशेंट को अस्पताल ले जाने से पहले सीने पर पुश कर सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. मनीषा बंसल, डॉ. रिचा मंजू साबू, डॉ. चारू मित्तल, डॉ. अनुपमा मित्तल डॉ. रिचा आदि डॉक्टर्स विशेष रूप से उपस्थित रहे।