कोरोना संदिग्ध का सैंपल लेने गई टीम पर हमला, मंत्री ने फोन पर कहा सरकार आपके साथ है
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ग्वालियर। देश में एक ओर डॉक्टर और पुलिस प्रशासन कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए 24 -24 घंटे कार्य कर रहे हैं। वहीं मध्यप्रदेश में लोग इन कर्मवीरों पर हमला कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है। ऐसे लोगों को पकड़कर तुंरत ही कड़ी कार्रवाई करना चाहिए। ताजा मामला श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र का सामने आया है। जहां कोरोना के संदिग्ध मरीज़ मरीज की स्क्रीनिंग के लिए गई डॉक्टरों और पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया है। हालांकि हमला करने वाले आरोपियों पर रासुका के तहत केस दर्ज किया गया है।
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बुधवार को हुए इस हमले में एक एएसआई और डॉक्टर घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। घायल एएसआई और डॉक्टर से प्रदेश के स्वास्थ्य और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बात की और उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि सरकार आपके साथ है।
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और करने लगे पथराव
श्योपुर जिले के विजयपुर तहसील के गसवानी गांव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि गांव में गुना से गोपाल नाम का युवक आया है। उसका स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ क्वारेंटाइन करने टीम पहुंची थी, लेकिन परिजन स्वास्थ्य टीम के साथ विवाद करने लगे। सूचना मिलने पर गसवानी थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक के परिजनों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में एएसआई श्रीराम अवस्थी घायल हो गए। हालांकि पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी के खिलाफ, बलवा, शासकीय कार्य में बाधा सहित, धारा 144 का उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पहले बोला आया ही नहीं है लड़का
पत्रिका को ग्रामीणों ने बताया कि जिले की विजयपुर तहसील के गसवानी गांव में एक युवक भोपाल से लौटा था। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पहुंची तो पहले कहा- कोई नहीं आया, बाद में पिता बोले खेलने चला गया। बाद में जब पुलिस ने दोबारा पूछा तो बताया कि वह लौटा ही नहीं है किसी ने झूठी सूचना दी। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने कहा कि यदि आपका लड़का से बाहर से लौटा है और वह कोरोना संदिग्ध बताया जा रहा है तो उसकी जांच के लिए सैंपल लेने दूं। क्योकि यह गंभीर बीमारी है और इसके बचाव का एक ही तरीका है कि इसकी जांच की जाए। इसके लिए हमें उसकी जांच करनी है।

इसके बाद गंगाराम ने कहा कि वह खेलने चला गया है, गांव में जाकर ढूंढ लो, मुझे पता नहीं है और फिर वह बदतमीजी करते हुए गालियां देना शुरू कर दिया। इसके थोड़ी देर बाद ही पुलिस व डॉक्टरों की टीम पर पथराव कर दिया गया। जिसमें एक एएसआई और डॉक्टर घायल हो गए थे। बाद में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दोनों घायलों से बात की और उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि सरकार आपके साथ है।
ङ्क्षचता न करें दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि श्योपुर में वर्तमान में चार कोरोना पॉजीटिव मरीज मौजूद हैं। जिसका इलाज चल रहा है। कोरोना मरीज में एक ही परिवार के पिता-बेटी और उनके दो पड़ोसी शामिल हंै। श्योपुर में पुलिस व मेडीकल टीम ने कई इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया है। तय समय पर ही आवश्यक सामान लेने जाने की छूट है। इसके अलावा फालतू घर से बाहर पाए जाने पर चालानी कार्रवाई भी की जा रही है।
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