सडक़ों पर खुले चेंबर कर रहे लोगों को घायल
ग्वालियरPublished: Sep 14, 2019 11:34:09 pm
नगर निगम द्वारा लाखों रुपए प्रतिवर्ष इन पर खर्च किया जाता है। इसके बावजूद भी शहर के मुख्य मार्ग हों या फिर कॉलोनी हर जगहों पर खुले हुए चैंबर हैं। रात के अंधेरे में यह और भी खतरनाक हो जाते हैं, कई बार वाहन चालक भी गिर चुके हैं।
सडक़ों पर खुले चेंबर कर रहे लोगों को घायल
ग्वालियर. शहर में सीवर के चेंबर जगह-जगह खुले पड़े हैं जिसके कारण लोग आए दिन लोग दुघर्टना का शिकार हो रहे हैं। इसके बावजूद निगम अधिकारी नींद में हैं। जबकि नगर निगम द्वारा लाखों रुपए प्रतिवर्ष इन पर खर्च किया जाता है। इसके बावजूद भी शहर के मुख्य मार्ग हों या फिर कॉलोनी हर जगहों पर खुले हुए चैंबर हैं। रात के अंधेरे में यह और भी खतरनाक हो जाते हैं, कई बार वाहन चालक भी गिर चुके हैं।
शहर में सीवर के चेंबर ढक्कन को लगाने में नगर निगम द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है। अधिकांश चेंबर टूट चुके हैं या लगाए ही नहीं गए। ऐसे में खुले चेंबर के कारण हादसे हो रहे हैं। इसको लेकर परिषद में भी पार्षदों ने मामले को उठाया। पार्षदों ने कहा कि निगम द्वारा चेंबर को नहीं लगाया जा रहा है जिसमें गिरकर लोग घायल हो रहे हैं। दरअसल ठेकेदार को चेंबर लगाना है लेकिन ठेकेदार द्वारा कहा जाता है कि चोकोर चेंबर उसके ठेके मे ही नहीं है। शहर की बात करें तो दो तरह के चेंबर हैं एक तो चोकोर है और दूसरा गोल है। गोल चेंबर नगर निगम ने बनाए हैं जबकि पीएचई द्वारा चोकोर चेंबर बनाए गए थे। ठेकेदार द्वारा कहा जा रहा है कि वह सिर्फ गोल चेंबर ही लगाएगा। इस पर भी पार्षदों ने निगम अधिकारियों को जमकर घेरा, बाद में कमिश्नर ने दोनों ही तरह के चेंबर लगाने की बात कही। लेकिन एक सप्ता से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक चेंबर नहीं बदले गए हैं। अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं शहर के अधिकांश क्षेत्रों में सीवर के चेंबर खुले हैं। कुछ यही हाल है गोला का मंदिर मुख्य मार्ग का। यहां सडक़ के बीच में ही गड्ढा है। इसके अलावा ढोलीबुआ पुल के भी कुछ यही हाल हैं। यहां भी चेंबर खुला हुआ है। जिसके कारण लोगों को रोजाना ही यहां से निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसको लेकर कई बार लोगों ने शिकायत की लेकिन इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।