उल्लेखनीय है कि डॉ मिश्रा के पास वर्तमान में दो बंगले हैं। विधायक होने के नाते उन्हें भोपाल में बंगला आबंटित है। इसके अलावा दतिया में राजघाट कॉलोनी में एक बंगला आवंटित है। दतिया का बंगला खाली कराए जाने की मांग को लेकर कुछ दिन पहले एनएसयूआई ने ज्ञापन दिया था और बंगला खाली न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।
एनएसयूआई का आरोप था कि दतिया स्थित आवास में आचार संहिता के दौरान राजनैतिक गतिविधियों का संचालन हो रहा है साथ ही नियमानुसार डॉ मिश्रा को दो स्थानों पर बंगले आबंटित नहीं हो सकते। बंगला खाली न होने पर बुधवार को एनएसयूआई व युवक कांग्रेस नेताओं ने दोपहर के समय किला चौक पर डॉ मिश्रा और अधीक्षण यंत्री एन पी कोली के खिलाफ प्र्रदर्शन किया।
कांग्रेसियों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर कार्यपालन यंत्री का पत्र वायरल हुआ। डॉ मिश्रा के नाम संबोधित इस पत्र में कार्यपालन यंत्री ने उन्हें 15 दिन में राजघाट कॉलोनी स्थित बंगला खाली करने को कहा है। सोशल मीडिया पर यह पत्र वायरल होने के बाद भाजपा नेता एकजुट होकर कोतवाली पहुंचे तथा टी आई के नाम एस आई दर्शन शुक्ला को एक आवेदन दिया। इस आवेदन में कांग्रेस नेताओं पर धारा 144 व आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। आवेदन देने वालों में गोविंद ज्ञानानी, प्रशांत ढेंगुला, राजू निचरेले, डॉ राजू त्यागी, बलदेव राज बल्लू, अतुल भूरे चौधरी, मुलू उपाध्याय, बृजेश दुबे, दीपक सोनी, जितेंद्र मेवाफरोश आदि शामिल रहे।