लोकल वाहन निकालने की मांग
ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने सीधा बेला की बावड़ी से ट्रांसपोर्ट नगर में वाहनों के प्रवेश की मांग की है। ट्रांसपोर्ट कारोबारी चाहते हैं कि ग्वालियर की लोकल गाडिय़ों सहित यहां से पंजीकृत करीब 200 से अधिक गाडिय़ों को इस रूट से निकलने की अनुमति प्रदान कर दी जाए। इस मामले को लेकर सोमवार को तीनों ट्रैफिक डीएसपी ने बैठक कर विचार मंथन भी किया। अब मंगलवार को इस पर फिर से बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।
आमजन की जान अहम
&आम जनता की जान हमारे लिए अहम् है। जहां तक कारोबार की बात है तो वह बाद की बात है। गोल पहाडिय़ा क्षेत्र में ग्रामीण परिवेश के अधिकांश लोग आते हैं उस प्वाइंट को एक्सीडेंटल जोन घोषित किया है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेंगे।
नरेश अन्नोटिया, ट्रैफिक डीएसपी
3400 रुपए अतिरिक्त पड़ रहा खर्च
&रायरू होकर ट्रांसपोर्ट नगर तक आने में एक गाड़ी का खर्च करीब 3400 रुपए अतिरिक्त पड़ रहा है। यदि इसी लंबे रूट से हमें वाहन निकालने पड़े तो 3500 रुपए तक भाड़ा बढ़ाया जाएगा।
सुनील माहेश्वरी, ट्रांसपोर्टर
ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने सीधा बेला की बावड़ी से ट्रांसपोर्ट नगर में वाहनों के प्रवेश की मांग की है। ट्रांसपोर्ट कारोबारी चाहते हैं कि ग्वालियर की लोकल गाडिय़ों सहित यहां से पंजीकृत करीब 200 से अधिक गाडिय़ों को इस रूट से निकलने की अनुमति प्रदान कर दी जाए। इस मामले को लेकर सोमवार को तीनों ट्रैफिक डीएसपी ने बैठक कर विचार मंथन भी किया। अब मंगलवार को इस पर फिर से बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।
आमजन की जान अहम
&आम जनता की जान हमारे लिए अहम् है। जहां तक कारोबार की बात है तो वह बाद की बात है। गोल पहाडिय़ा क्षेत्र में ग्रामीण परिवेश के अधिकांश लोग आते हैं उस प्वाइंट को एक्सीडेंटल जोन घोषित किया है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेंगे।
नरेश अन्नोटिया, ट्रैफिक डीएसपी
3400 रुपए अतिरिक्त पड़ रहा खर्च
&रायरू होकर ट्रांसपोर्ट नगर तक आने में एक गाड़ी का खर्च करीब 3400 रुपए अतिरिक्त पड़ रहा है। यदि इसी लंबे रूट से हमें वाहन निकालने पड़े तो 3500 रुपए तक भाड़ा बढ़ाया जाएगा।
सुनील माहेश्वरी, ट्रांसपोर्टर