यह होगी खासियत
सभी जंक्शन पर ट्रेफिक सिग्नल के साथ ही ४ एनपीआर(ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनीशन), ४ आरएलवीडी कैमरे (रेड लाइट वायालेशन डिटेक्टर) लगाए जाएंगे। इसके अलावा ३ रडार सिस्टम इंटीग्रेशन लगेंगे जो कि इमरजेंसी सेवाओं के लिए ट्रेफिक को क्लीयर करने का कार्य करेंगे। इसके अलावा स्पीड रडार भी लगाया जाएगा जो कि ओवर स्पीडिंग पर नजर रखेगा। सभी तरफ एलईडी लगाई जाएंगी जो कि स्टॉप लाइन का कार्य करेंगी। यह एलईडी ट्रेफिक सिग्नल के आधार पर संचालित होंगी।
वीआईपी के आने पर नहीं होगी परेशानी
आईटीएमएस के चलते अब वीआईपी शहर में आने पर पहले से ट्रेफिक को नहीं रोकना पड़ेगा। टे्रफिक सिग्नल से कुछ दूरी आने पर ही सिग्नल बाकी सभी रास्तों को बंद कर वीआईपी के जाने के रास्ते को आगे क्लीयर करता जाएगा। इसी तरह से अगर किसी चौराहे से कोई एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड निकली है और आगे कहीं जाम लगा है तो उसके वहां पहुंचने से पहले ही सिस्टम जिस तरफ टे्रफिक स्मूथ चल रहा है उसे रोककर एंबुलेंस के लिए रास्ता क्लीयर कर देगा।
अंकित शर्मा, ईई, स्मार्ट सिटी कंपनी