सीमंधर देव होंगे मंदिर के मूल नायक
जैन धर्म के नगर में ७० मंदिरों में अलग-अलग भगवान विराजमान है। इसी कड़ी में तिघरा के नजदीक एक और मंदिर बन कर तैयार हो गया है। ये मंदिर का निर्माण वर्ष २०१३ से चल रहा है। इस मंदिर का नाम सीमंधर दिगम्बर जैन मंदिर रखा गया है। यह हैं मंदिर निमार्ण के लिए भूमि दान रमेशचन्द्र जैन एवं अशोक जैन के परिवार ने दी है।
जैन धर्म के नगर में ७० मंदिरों में अलग-अलग भगवान विराजमान है। इसी कड़ी में तिघरा के नजदीक एक और मंदिर बन कर तैयार हो गया है। ये मंदिर का निर्माण वर्ष २०१३ से चल रहा है। इस मंदिर का नाम सीमंधर दिगम्बर जैन मंदिर रखा गया है। यह हैं मंदिर निमार्ण के लिए भूमि दान रमेशचन्द्र जैन एवं अशोक जैन के परिवार ने दी है।
मंदिर की छत पर होंगे चरण विराजित
मंदिर की छत पर 5 जैन मुनियों के चरण चिह्न विराजित किए जाएंगे, जिनमें आयार्च कुंद कुंद, आचार्य अमृतचन्द, आचार्य धरसेन, स्वामी भद्रबाहु एवं पदम प्रभमल धारी देव के होंगे।
मंदिर की छत पर 5 जैन मुनियों के चरण चिह्न विराजित किए जाएंगे, जिनमें आयार्च कुंद कुंद, आचार्य अमृतचन्द, आचार्य धरसेन, स्वामी भद्रबाहु एवं पदम प्रभमल धारी देव के होंगे।
देश-विदेश से आएंगे श्रद्धालु
पंचकल्याणक महोत्सव में भाग लेने के लिए देश विदेश से श्रद्धालु आएंगे। ये श्रद्धालु द्वारा पंचकल्याण महोत्सव में भाग लेंगे। जिसमें अमेरिका, कनाडा से श्रद्धालु आ रहे हैं। वहीं देश के अलग-अलग प्रांतों से भी श्रद्धालु भाग लेने आएंगे।
पंचकल्याणक महोत्सव में भाग लेने के लिए देश विदेश से श्रद्धालु आएंगे। ये श्रद्धालु द्वारा पंचकल्याण महोत्सव में भाग लेंगे। जिसमें अमेरिका, कनाडा से श्रद्धालु आ रहे हैं। वहीं देश के अलग-अलग प्रांतों से भी श्रद्धालु भाग लेने आएंगे।