क्यूसेल ट्राइटिनीओरिकंस नाम के मच्छर के काटने से ये संक्रमण फैलता है। इस प्रजाति का मच्छर चावल के खेतों में पाया जाता है। पहले से संक्रमित जानवर या पक्षी को मच्छर काटता है तब यह वायरस मच्छर में आ जाता है। यह मच्छर इंसान को काटता है तो उसे जैपनीज इंसेफेलाटिस यानि जापानी बुखार हो जाता है। यह बीमारी एक व्यक्ति दूसरे में सीधे नहीं पहुंचती।
महिलाओं को किया बेहोश और फिर कर दी उनके साथ ये गंदी हरकत, पढि़ए पूरी खबर बीमारी के लक्षणइस बीमारी में पहले हल्के सिर दर्द के साथ हल्का बुखार आता है। संक्रमण बढ़ जाने कि स्थिति में तेज बुखार, तेज सिर दर्द, घबराहट, गर्दन में अकडऩ, शरीर में ऐंठन होने लगती है। इतना ही नहीं बल्कि मानसिक निष्क्रियता और कोमा की स्थिति भी हो सकती है।
बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। अभी कोई मरीज सामने नहीं आया है, लेकिन हमने अस्पतालों को निर्देश दिए हैं। जिला अस्पताल में एक वार्ड तैयार किया जा रहा है।
डॉ. मृदुल सक्सेना, सीएमएचओ