पहली प्रस्तुति में डॉ. विद्या अल्का शर्मा के निर्देशन में शास्त्रीय नृत्य कत्थक हुआ। लखनऊ घराने के देवेंद्र शर्मा ने पारंपरिक रचना शिवरुद्राष्टक एवं चतुरांग ताल, आड़ा चौताल, तराना और सवाल-जवाब की बेहतरीन प्रस्तुति से सभी को आंनदित कर दिया। उन्होंने झुन… झुन बाजत पायलिया…. से मन को झंकृत कर दिया। वहीं जयपुर घराने के राहुल परिहार ने तीन ताल में गणेश वंदना के साथ उठान, चक्रधार, टुकड़ा, तिहाई, परन ,नरवरी, टोड़ा की प्रस्तुति दी।
बस सबको टिकट चाहिए… दूसरी प्रस्तुति में जब कॉमेडियन केके नायकर ने मंच संभाला तो महफिल की रंगत ही बदल गई। उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं पर केंद्रित अपने व्यंग्य प्रस्तुत किए। नायकर ने हास्य-व्यंग्य के माध्यम से मौजूदा परिवेश की स्थिति को चुटीले अंदाज में बखान किया। उन्होंने राजनेताओं को भी नहीं बख्शा…. नेताओं पर चुटकी लेते हुए कहा कि नये-नये नेता जो पैदा हो रहे हैं, जनता से दूर लेकिन सत्ता का ख्वाब देख रहे हैं… बस सबको टिकट चाहिए… अम्मा हो या बबुआ सब सत्ता की चाह में जी रहे हैं। भाषण बाजी आती नहीं लेकिन टिकट की राह देख रहे हैं। उन्होंने दर्शकों की मांग पर फिल्मी जगत की जानी-मानी हस्तियों अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, जितेंद्र, सलमान, शाहरुख और अक्षय कुमार की आवाज में डायलॉग भी सुनाए। चाट का ठेला, खैराती अस्पताल, सास-बहू के झगड़े के किस्से सुनाकर लोगों को जमकर गुदगुदाया।
मेले में आज ग्वालियर व्यापार मेले में 18 जनवरी शुक्रवार की शाम बुंदेली लोकगीत व लोक नृत्य का आयोजन किया जाएगा।