ग्वालियर

कई नोटिस दिए, अल्टीमेटम भी दिया, लेकिन नहीं सुधरा कंपनी का रवैया, एक लाख छात्रों के रिजल्ट अटके

कंपनी ने 135 परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए हैं। सोमवार शाम को बताया गया कि बीकॉम पांचवे सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है

ग्वालियरApr 02, 2019 / 12:36 am

Rahul rai

कई नोटिस दिए, अल्टीमेटम भी दिया, लेकिन नहीं सुधरा कंपनी का रवैया, एक लाख छात्रों के रिजल्ट अटके

ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट सिस्टम संभाल रही नागपुर की कंपनी माइक्रो प्रो को रिजल्ट जारी करने के लिए दिए गए सात दिन के अल्टीमेटम की अवधि रविवार का खत्म हो गई, इसके बाद भी कंपनी ने 135 परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए हैं। सोमवार शाम को बताया गया कि बीकॉम पांचवे सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है, लेकिन बाकी परिणाम अटकने से छात्रों में आक्रोश बढ़ रहा है। छात्र संगठन एनएसयूआई ने कहा है कि अगर कंपनी पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई आंदोलन करेंगे। जेयू प्रशासन अब फिर से नोटिस और कार्रवाई की बात कह रहा है।
 

रिजल्ट घोषित न होने पर कुलपति और कुलसचिव कंपनी को नोटिस दे चुके हैं। स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं में शामिल लगभग एक लाख छात्रों के परिणाम तैयार करने के लिए अंतिम चेतावनी के रूप में कुलसचिव डॉ.आइके मंसूरी ने 25 मार्च को सात दिन का अल्टीमेटम दिया था। कंपनी द्वारा बीते वर्ष मई से लगातार की जा रही लापरवाही पर जेयू प्रशासन ने कठोर कार्रवाई करने की बजाय सिर्फ नोटिस देकर खानापूर्ति की है।
 

एक साल से जारी है मनमानी
सूत्र बताते हैं कि जेयू के एक पूर्व प्रोफेसर द्वारा मैनेजमेंट सिस्टम को संभालने के लिए नागपुर की कंपनी माइक्रो प्रो को इंट्रोड्यूस कराया गया था। इसके बाद कंपनी को काम सौंपने के साथ ही 42 लाख रुपए एडवांस देने की स्वीकृति भी दी। दिसंबर 2018 में 50 परीक्षाओं का रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बाद से अभी तक कुल 135 परीक्षाओं के परिणाम बनाने की जिम्मेदारी कंपनी को दी जा चुकी है।
 

यह परिणाम होने हैं घोषित
-यूजी के पांचवे, तीसरे और पहले सेमेस्टर का परिणाम घोषित होना है। सोमवार को जेयू के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि बीकॉम पांचवे सेमेस्टर का परिणाम जारी कर दिया गया है, बाकी के परिणाम अभी भी अटके हैं।
-पीजी के पहले और तीसरे सेमेस्टर का परिणाम अटका है। इन परिणामों को घोषित करने में कंपनी लगातार हीलाहवाली करती रही है।
 

शुरू से विवाद में है कंपनी का प्रबंधन
-मई 2018 के बाद जितने भी परीक्षा परिणाम है, वह नागपुर की माइक्रो प्रो कंपनी को तैयार करने दिए गए हैं। कंपनी की सहायक कंपनी आईवेल और एक अन्य काम छोडकऱ भाग गईं। इसके बाद भी मुख्य कंपनी ने प्रबंधन को अंधेरे में रखकर काम जारी रखा।

नागपुर की कंपनी पर जेयू प्रबंधन लगातार मेहरबान है। छात्रों के परीक्षा परिणाम न आने से अगली क्लास में प्रवेश के साथ पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा। अगर जेयू प्रबंधन ने सख्त निर्णय नहीं लिया तो हम आंदोलन करने को विवश होंगे।
सचिन द्विवेदी, प्रदेश महासचिव-एनएसयूआई
 

-बीकॉम पांचवे सेमेस्टर का रिजल्ट कंपनी ने घोषित कर दिया है, बाकी के परिणाम घोषित करने के लिए चेतावनी दी गई है।
शांतिदेव सिसोदिया, पीआरओ-जीवाजी यूनिवर्सिटी
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