विद्यार्थी सुना रहे अपनी-अपनी पीड़ा
चार शहर का नाका निवासी लक्ष्मी राजावत का कहना है कि मुझे जेयू में इस साल बीबीए (ऑनर्स) कोर्स में अप्लाई करना है। मुझे कोर्स से संबंधित जानकारी लेनी थी, लेकिन जो लैंडलाइन नंबर विवि की तरफ से वेबसाइट पर जारी हुआ है। उस पर कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। मैंने कई बार मोबाइल नंबर से फोन लगाया, लेकिन वो भी नहीं उठा। ऐसे में अब मुझे जानकारी के लिए विश्वविद्यालय ही जाना पड़ेगा। वहीं पर मुझे ठीक जानकारी मिल पाएगी। विद्यार्थियों की इन्हीं समस्याओं को लेकर पत्रिका रिपोर्टर ने विवि की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए लैंडलाइन नंबर और इंक्वायरी नंबरों का रियलिटी चेक किया। इन हेल्पलाइन नंबरों पर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे के बीच कॉल किया, जिसमें से कुछ नंबर बंद मिले, तो कुछ लगे ही नहीं, और जो लगे तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
तीन हेल्पलाइन नंबर रहे निरर्थक
जेयू के हेल्पलाइन नंबर 7512442712 और 7512442713 पर दोपहर 2:30 बजे तीन बार संपर्क किया। यह दोनों नंबर बंद मिले। वहीं जब वेबसाइट पर दिए गए टोल फ्री नंबर 1800-233-1964 पर कॉल करने पर दूसरी तरफ से फोन तो उठा लेकिन 3 सेकंड बाद बिना किसी रिस्पांस के फोन कट गया। रिपोर्टर ने तीन बार ट्राई किया, लेकिन हर बार यही समस्या सामने आई। विवि ने इसी नंबर को एडमिशन से संबंधित सूचना के लिए जारी किया है। बता दें कि अध्ययनशालाओं में संचालित सर्टिफिकेट, पीजी डिप्लोमा, वोकेशनल कोर्स, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सत्र 2023-24 में प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। 15 अप्रैल से आवेदन करने के लिए ङ्क्षलक खुली है, जिसकी लास्ट डेट 30 जून तय की गई है।
इनका कहना है
यूनिवर्सिटी में एडमिशन चल रहे हैं। छात्रों की सहायता के लिए जो नंबर दिए गए हैं, वह बंद पड़े हैं, जो गलत हैं। इस समस्या को हम यूनिवर्सिटी के उच्चाधिकारियों के सामने रखेंगे और मांग करेंगे कि जो नंबर चालू हो उन्हीं को वेबसाइट पर डाले जाए, क्योंकि यूनिवर्सिटी में कई छात्र दूर-दराज से आकर एडमिशन लेते हैं।
प्रो अविनाश तिवारी, कुलपति, जीवाजी विश्वविद्यालय