दरअसल, जीवाजी विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं में शिक्षण को लेकर छात्रों की रुचि लगातार कम हो रही थी। बीते वर्षों में छात्र संख्या लगातार हुई गिरावट को ध्यान में रख कुलपति प्रो.संगीता शुक्ला ने शॉर्ट टर्म टैक्निकल कोर्सों के साथ ऑनर्स डिग्री कोर्स भी शुरू करने की प्लानिंग की थी। इस प्लानिंग को अंतिम रूप दिया जा चुका है और आज एडवाइजरी कमेटी की बैठक के साथ ही सभी कोर्सों पर अंतिम मुहर लग जाएगी।
इन कोर्सों का होगा संचालन
इन कोर्सों का होगा संचालन
-अध्ययनशालाओं में बीकॉम, बीएससी के साथ बीए के भी ऑनर्स पाठ्यक्रम शुरू कराए जाएंगे।
-तकनीकी कोर्सों में मशरूम उत्पादन, रिसोर्स मैनेजमेंट, ब्यूटी एंड कॉस्मेटिक्स सहित अन्य तकनीकी कोर्स कराए जाएंगे। -इसको लेकर अभी तक 4 बैठक हो चुकी हैं, 9 अप्रैल को अब फाइनल बैठक होगी।
-दूसरे राज्यों के छात्रों को आकर्षित करने के लिए कानपुर, दिल्ली, चंडीगढ़,जयपुर, इंदौर या भोपाल और गोवाहाटी में प्रवेश परीक्षाएं आयेाजित कराई जाएंगीं।
-तकनीकी कोर्सों में मशरूम उत्पादन, रिसोर्स मैनेजमेंट, ब्यूटी एंड कॉस्मेटिक्स सहित अन्य तकनीकी कोर्स कराए जाएंगे। -इसको लेकर अभी तक 4 बैठक हो चुकी हैं, 9 अप्रैल को अब फाइनल बैठक होगी।
-दूसरे राज्यों के छात्रों को आकर्षित करने के लिए कानपुर, दिल्ली, चंडीगढ़,जयपुर, इंदौर या भोपाल और गोवाहाटी में प्रवेश परीक्षाएं आयेाजित कराई जाएंगीं।
एमडी डिग्री कोर्स भी होगा शुरू
आयुर्वेदिक कॉलेज से टाइअप का फायदा उठाने के लिए यूनिवर्सिटी के हैल्थ सेंटर के माध्यम से पंचकर्म चिकित्सा में एमडी डिग्री कोर्स कराया जाएगा। इस कोर्स के जरिए पहले बैच में कम से कम 5 छात्रों को प्रवेश दिए जाने की प्लानिंग की जा रही है।
आयुर्वेदिक कॉलेज से टाइअप का फायदा उठाने के लिए यूनिवर्सिटी के हैल्थ सेंटर के माध्यम से पंचकर्म चिकित्सा में एमडी डिग्री कोर्स कराया जाएगा। इस कोर्स के जरिए पहले बैच में कम से कम 5 छात्रों को प्रवेश दिए जाने की प्लानिंग की जा रही है।
“जेयू के जरिए तकनीकी कोर्स करके युवाओं को बेहतर रोजगार मिल सके, इसके लिए हम निश्चित रोजगार देने वाले कोर्स संचालित करने की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही ऑनर्स डिग्री कोर्स भी संचालित करेंगे। इन कोर्सों की प्रवेश दूसरे राज्यों में भी कराएंगे ताकि बाहरी छात्रों को भी जेयू में अध्ययन का मौका मिल सके।”
प्रो. संगीता शुक्ला, कुलपति