दरअसल, सिंधिया अचानक शुक्रवार को जयारोग्य अस्पताल पहुंच गए और वहां मरीजों के हालचाल जाने और जिसने भी समस्या बताई, तत्काल निर्देश दिए। यहां के ट्रामा सेंटर में भर्ती एक महिला का पांच दिन से ऑपरेशन नहीं हुआ, जब सिंधिया को यह बात पता लगी तो वे महिला मरीज से मिलने पहुंच गए और डॉक्टरों को फटकार लगाई।
गौरतलब है कि सिंधिया तीन दिनों के लिए ग्वालियर के दौरे पर आए हैं। इस दौरान वे कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं, वहीं जनता से जुड़े मुद्दों पर भी फोकस कर रहे हैं।
केन्द्रीय उडडयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को जयारोग्य अस्पताल का निरीक्षण किया। मंत्री सिंधिया सबसे पहले कार्डियोलॉजी विभाग में गए। यहां मरीजों से मुलाकात की। यहां भर्ती राकेश की मां नर्मदा ने बताया कि बेटे का इलाज सही तरीके से नहीं चल रहा है, उसे दिल्ली रेफर करने के लिए कहा जा रहा है। उनके पास इतना पैसा नहीं है कि राकेश को दिल्ली ले जाया जा सके।
सिंधिया ने भरोसा दिलाया कि बेहतर इलाज होगा। यहां मरीजों से मुलाकात करने के बाद मंत्री सिंधिया ट्रोमा सेंटर भी पहुंच गए। यहां मरीज कस्तूरी बाई से बातचीत की, तो कस्तूरी बाई ने सिंधिया से डाक्टरों की शिकायत की।
कस्तूरी ने सिंधिया को बताया कि डबरा में एक हादसे में उनके पैर में चोट आई थी, जिसके चलते उसे ग्वालियर के ट्रामां सेंटर रेफर किया गया था। पिछले पांच दिन से वे आपरेशन के लिए परेशान हैं, जब वो डाक्टरों से कहती हैं तो डाक्टरों ने उसका आपरेशन करने की बजाय उनके साथ मारपीट की। सिंधिया ने अस्पताल प्रशासन को तत्काल महिला का ऑपरेशन करने के निर्देश दिए। सिंधिया ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। जयारोग्य हास्पिटल में यूपी और राजस्थान के भी मरीज इलाज के लिए आते हैं।
सिर्फ 6 डॉक्टर मौजूद थे
इन मरीजों से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचे, यहां चिकित्सकों ने उन्हें बताया कि अस्पताल अभी पूरी तरह चालू नहीं है, क्योंकि चिकित्सकों की कमी है। वैकेंसी निकाली गई है, लेकिन सिर्फ 6 डॉक्टर ही मौजूद हैं, क्योंकि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों को प्राइवेट प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है और सैलरी भी कम है, इसलिए चिकित्सक नहीं मिल रहे हैं। इस पर सिंधिया ने डीन समीर गुप्ता से कहा कि उन्हें प्रस्ताव बना कर दें।