सिद्धार्थ सिंह राजावत ने सिंधिया के गुमशुदा होने के पोस्टर नदी गेट पर लगाए साथ ही जयविलास पैलेस के एंट्री गेट पर भी पोस्टर लगाए हैं। राजावत ने बताया की हमने 5000 पोस्टर छपवाए हैं। जिन्हें पूरे ग्वालियर-चंबल में चस्पा किए जाएंगे। सिंधिया जी कहते थे कि उन्हें कांग्रेस में घुटन हो रही है। वे अतिथि शिक्षकों को वेतन न मिल पाने के दुखी होकर सड़क पर उतरने की बात कांग्रेस सरकार से करते थे। कोरोना महामारी के ऐसे भयानक दौर में भी जनता के लिए खड़े नहीं हुए। अब क्यों वे महल के अंदर छुपे हुए बैठे हैं। जैसे ही यह खबर शहर में फैली तो कई सारे सिंधिया समर्थक वहां पहुंच गए और पोस्टर फाड़ दिए। सिंधिया समर्थक मोहित जाट ने कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो हमारे सामने सिंधिया जी के पोस्टर लगा दे दिखाए । ऐसे लोगों के महाराज साहब से पहले हम लोग ही काफी हैं।
इन जगहों पर लगाए पोस्टर
कांग्रेस के लोगों ने नदी गेट पर, जयविलास पैलेस चौराहे पर, जयविलास पैसेल के बोर्ड पर पोस्टर चिपकाए थे। जिन्हें सिंधिया समर्थकों ने फाड़ दिए।
होने हैं उपचुनाव
सिंधिया के कांग्रेस से बगावत करने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके साथ ही 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी सिंधिया समर्थन में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा है। सभी विधायकों ने कमलनाथ सरकार पर उनकी बात न सुने जाने के इल्जाम लगाए थे। ग्वालियर-चंबल सहित 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं।